ग्राम पंचायत सिमरिया हर्रा खेडा में प्रधानमंत्री आवास योजना में हुआ लाखों का भ्रष्टाचार | New India Times

त्रिवेंद्र जाट, देवरी/सागर (मप्र), NIT:

ग्राम पंचायत सिमरिया हर्रा खेडा में प्रधानमंत्री आवास योजना में हुआ लाखों का भ्रष्टाचार | New India Times

मध्य प्रदेश सरकार द्वारा गरीबों के लिये कच्चे मकानों की जगह पक्के मकान देने लिये प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री द्वारा प्रधान मंत्री आवास योजना बनाई गई है जिससे कि गरीब लोगों को भी पक्के मकानों में आवास सुविधा मिल सके। इसके लिए शासन द्वारा लाखों करोड़ों रुपए योजना में खर्च किए जा रहे हैं। वही आवास योजना में शासन द्वारा सख्त निर्देश दिए गए हैं कि योजना में कोई भी भ्रष्टाचार लापरवाही या गुणवत्ताहीन कार्य करना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा एवं संबंधित अधिकारियों को निर्देश भी दिए गए हैं कि सभी अधिकारी योजना में मानिटरिंग करें जिससे कोई लापरवाही ना हो और यदि ऐसा होता है तो सम्बंधित अधिकारी पर कार्यवाही की जायेगी। वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश के सागर जिले में देवरी तहसील के ग्राम पंचायत सिमरिया हर्रा खेड़ा में प्रधानमंत्री आवास योजना में सचिव सरपंच की मिली भगत होने से ग्राम पंचायत में लाखों का भ्रष्टाचार देखने मिला। वहां पर सचिव सरपंच की मिलीभगत से शासन की राशि से मिलने वाली प्रधानमंत्री आवास योजना के लाखों रुपए में भ्रष्टाचार किया गया है। पंचायत में करीब 136 आवास स्वीकृत हुए हैं जिसमें से करीब 40 आवासों का निर्माण कार्य सचिव सरपंच द्वारा हितग्राहियों की राशि निकलवा कर गुणवत्ताहीन कार्य कर आवास बनाये गये जिनमें से पंचायत में कई ऐसी आवास अधूरे पड़े हैं जिनके छप्पर व दीवार ही नहीं हैं, कई ऐसी हैं जो जर्जर होकर गिर चुकी हैं, जो भी निर्माण कार्य किया गया है वह भी गुणवत्ताहीन कार्य किया गया है जिसके कारण हितग्राहियों के आवास जर्जर स्थिति में हो गये हैं जिस कारण ग्रामीणों को उन के आवास में रहने में आये दिन हादसे का डर बना रहता है। ग्राम पंचायत सिमरिया हर्रा खेड़ा से लगे हुए अंतर्गत ग्राम रामखिरिया व सिमरिया हर्रा खेड़ा में ऐसे कई आवास देखने मिले जहां गरीब मजदूर वर्ग शासन की आवास योजना पाकर भी वंचित महसूस कर रहे हैं। ग्राम रमखिरिया की हितग्राही महिला प्रेमबाई पति पंचम सपेरा जिनका आवास सचिव सरपंच द्वारा हितग्राही से पूरी राशि निकलवा कर स्वयं द्वारा बनाया गया है जिसमें लेंटर की जगह केवल लोहा गाटर फरसी मात्र रख कर पनी डाल दी गई है उस पर लेंटर भी नहीं किया गया ना ही अंदर बाहर छाप व फर्स किया गया जिसमें गुणवत्ता की कार्य होने के कारण पूरा आवास करीब 1 साल में ही क्षतिग्रस्त हो गया है।

ग्राम पंचायत सिमरिया हर्रा खेडा में प्रधानमंत्री आवास योजना में हुआ लाखों का भ्रष्टाचार | New India Times

हितग्राही आवास स्वीकृत होने के बाद आवास बनकर भी योजना से वंचित है वह आज भी कच्चे मकान में निवास करने को मजबूर है ऐसा ही मामला हितग्राही राजेश सपेरा जिनकी आवास करीब 2 साल से आज भी अधूरी पड़ी हुई है और राशि सरपंच सचिव द्वारा पूरी निकल वा कर पचा ली गई इनके आवास में जो लेंटर की जगह केवल गडर फर्जी रख दी गई थी वह फरसी जर्जर स्थिति होने के कारण हितग्राही के घर में जर्जर होकर छै माह मै ही गिर गई जिसके कारण आवास के अन्दर बधी बकरियों के ऊपर फरसी लोहा गाटर गिर जाने से बकरियों की मृत्यु भी हो चुकी है जिसके कारण हितग्राही की परिवार को आए दिन हादसा होने के कारण डर बना रहता है जिसके कारण जर्जर एवं अधूरे आवास में हितग्राही आज भी नहीं रह पा रहा है ऐसे ही मामले आवासों के पंचायत में कई हितग्राहियों के देखने को मिलेंगे किसी हितग्राही के आवासों में छप्पर नहीं है किसी की दीवारें खड़ी नहीं हुई है किसी की भी वीम नहीं रखी गई पिलर एवं बीम में डस्ट की जुड़ाई घटिया सीमेंट से निर्माण किया गया लोक ल ईट लगायी गई जो गल कर दीवारो मै छेद बन चुके हें अधिकतर हितग्राहियों के मजदूरी के पैसे नहीं दिए गए किसी की लास्ट किस्त बचा ली गई तो किसी के पूरे पैसे निकलवा कर मात्र 30 से 40 हजार का काम मात्र करवा कर राशि पूरी पचा ली गई और आवास को अधूरा छोड़ दिया गया जिससे ग्रामीण जन सचिव सरपंच के भ्रष्टाचार के कारण शासन की योजना से बंचित है व सरपंच सचिव द्वारा लाखों रुपए का भ्रष्टाचार खुले आम किया गया है। वही अन्य ग्रामीणो ने बताया कि सचिव सरपंच आवास स्वीकृत कराने के नाम पर दस हजार की माँग करते है पैसे ना देने पर बोलते है कि आवास नहीं बनेगा न स्वीकृत होगा।

यदि सिमरिया हर्रा खेड़ा पंचायत में प्रधानमंत्री आवास में भ्रष्ट्राचार किया गया है या सचिव सरपंच ने स्वंय आवास का कार्य हितग्राही की राशि निकलवा कर गुणवत्ताहीन निर्माणकार्य किया गया व पैसे की यदि मांग की गई है तो सरपंच सचिव पर जांच उपरांत सख्त कार्यवाही की जायेगी व मैं पंचायत में जांच करने स्वयं जाकर हकीकत देखूंगा: हेमेन्द्र गोविल (सीईओ जनपद पंचायत देवरी)


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