अरशद आब्दी, ब्यूरो चीफ, झांसी (यूपी), NIT:
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के ज़िला प्रवक्ता अब्दुल नोमान नें नई शिक्षा नीति को विश्वास की जगह संशय को जन्म देने वाला बताया। बी०एड० को लेकर बीते कुछ वर्षों में किए गए प्रयोग का परिणाम यह रहा कि छात्रों ने प्रवेश लेने में रूचि लेना कम कर दिया है। नीति ऑनलाइन अध्ययन की बात करती है, मगर व्यवस्था पर ज़ोर नहीं दर्शाती है। पाठ्यक्रम में आवश्यकता से अधिक प्रयोग भी व्यवहारिकता में कितना खरा उतरेगा यह भी आने वाले वर्षों में पता चलेगा। धार्मिक-सामाजिक संस्थानों को जोड़ने से सकारात्मक परिणाम आएंगे या विवाद उपजेंगे इस पर भी अधिक मन्थन किए जाने की आवश्यकता है। परम्परागत शिक्षा को प्रभावित किए बगैर परिवर्तन करना अधिक लाभप्रद होता। नए मॉडल पर छात्रों में कन्फ्यूज़न बढ़ेगा। शिक्षकों के प्रशिक्षण पर तो ज़ोर दिया गया है लेकिन उनको शोध एवं शिक्षा सम्बन्धित कोर्स कराकर शैक्षिक स्तर बढ़ाने पर प्रयास प्रतीत नहीं हो रहा।