वी.के. त्रिवेदी, ब्यूरो चीफ, लखीमपुर-खीरी (यूपी), NIT:
बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 मनोज अग्रवाल की मौजूदगी में जनपद में कोविड-19 पर प्रभावी नियंत्रण हेतु 05 जुलाई से 15 जुलाई के मध्य विशेष सर्विलांस अभियान संचालित किये जाने के सम्बन्ध में बैठक ली और आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए डीएम शैलेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण में वृद्धि को ध्यान मे रखते हुए कोविड-19 के रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए युद्धस्तर पर पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर एक विशेष सर्विलांस अभियान संचालित किया जायेगा। पूरे जनपद मे घर-घर जाकर संवेदीकरण करने के साथ-साथ कन्टेनमेंट जोन में आई0एल0आई0 एवं एसएआरआई ¼ILI/SARI½ एवं नान कन्टेनमेंट जोन में एसएआरआई ¼SARI½ के रोगियों का घर-घर जाकर चिन्हीकरण कर आवश्यकतानुसार कोविड जांच कराई जायेगी। सर्वेक्षण में गर्भवर्ती महिलाओं, 60 वर्ष के ऊपर के व्यक्तियों, उच्च रक्तचाप, मधुमेह एवं कैसन आदि ग्रसित रोगियों को सूचीबद्ध कर विशेष ध्यान रखा जायेगा। जिससे इस वर्ग में कोविड का प्रकोप कम से कम हो। इस कोविड विशेष अभियान में पल्स पोलियो के एक दिवस के दौरान आच्छादित किये जाने वाले घरों को दो भाग में विभाजित करते हुए दो दिवस में आच्छादित किया जायेगा।
डीएम ने कहा कि अभियान के दौरान यदि टीम के सदस्यो को किसी घर में (Serere Acute Respiratory Infection-SARI) का रोगी मिलता है तो उन रोगियो की पल्स आक्सीमीटर से जांच करी जाय तथा इस्तेमाल के बाद विसंक्रमण सुनिश्चित किया जाय और इसकी सूचना तत्काल पर्यवेक्षक के माध्यम से प्रभारी चिकित्सा अधिकारी/जोनल अधिकारी को दी जायेगाी। तत्काल एम्बुलेन्स के माध्यम से ऐसे रोगियो को डेडीकेटेड कोविड क्वारेंटाइन इकाई में भर्ती कराया जायेगा। उन्होनें नगर निकायों एवं पंचायती राज विभाग को नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्र में साफ सफाई व्यवस्था को सुनिश्चित कराये जाने हेतु निर्देशित किया।
सीएमओ डाॅ0 मनोज अग्रवाल ने अभियान से सम्बन्धित कार्यकर्ताओं द्वारा भरा जाने वाला सर्वेक्षण प्रारूप तथा पर्यवेक्षकों द्वारा भरा जाने वाला अनुश्रवण एवं रिर्पोटिंग प्रारूप के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होनें कहा कि इसमें आई0एल0आई0 एवं एस0ए0आर0आई0 ¼ILI/SARI½ अतिरिक्त अन्य गंभीर रोगों से ग्रसित व्यक्तियों के विवरण भी अंकित किया जायेगा। उन्होनें बताया कि डब्लूएचओ और यूनिसेफ द्वारा माइक्रोप्लान, मैपिंग, अनुश्रवण, पर्यवेक्षण एवं रिर्पोटिंग हेतु प्रत्येक स्तर पर तकनीकि सहयोग प्रदान किया जायेगा। उन्होनें बताया कि माइक्रो प्लान के अनुसार जनपद में टीमों का गठन किया जा चुका है। प्रत्येक सर्वेक्षण टीम में दो सदस्य होगे तथा टीम द्वारा प्रातः 08 बजे से अपरान्ह 02 बजे तक भ्रमण कार्य किया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में टीम में आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को अनिवार्य रूप से रखा गया है। जबकि शहरी क्षेत्रों में टीम के सदस्यों का चयन उपलब्धता के अनुसार किया जा रहा है।
उन्होनें अभियान की गतिविधियों के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायती राज विभाग द्वारा ग्राम निगरानी समिति को उपलब्ध कराये गये इन्फ्रारेड थर्मामीटर एवं पल्स आक्सीमीटर का उपयोग सर्वेक्षण टीम के द्वारा किया जायेगा। इसके साथ ही पंचायती राज विभाग द्वारा टीमों को सेनेटाइजर भी उपलब्ध कराया जायेगा। शहरी क्षेत्र में भी इन्फ्रारेड थर्मामीटर एवं पल्स आक्सीमीटर उपलब्ध कराया जायेगा। सर्वेक्षण टीम के द्वारा प्रत्येक घर की दीवार पर पल्स पोलियों अभियान की तरह अंकित किया जायेगा।
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