फराज़ अंसारी, ब्यूरो चीफ, बहराइच (यूपी), NIT:
अभी जिले में मानसून पूरी तरीके से सक्रिय भी नहीं हुआ है और पहली ही बारिश शुरू हुई है लेकिन जिले में जगह जगह पर तालाब जैसे दृश्य दिखाई दे रहे हैं। नालों की सफाई ना होने के चलते सड़कों पर गंदा पानी बह रहा है और नालियों में कूड़ा बज-बजा रहा है जिसके चलते पूरा जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है।
इस समय कोरोना कॉल के संकट के चलते जहां सरकार एक ओर साफ-सफाई की व्यवस्थाओं पर विशेष ध्यान दे रही है और बहराइच के मेडिकल कॉलेज में विशेष रूप से कोरोना महामारी से बचाव के लिए कोरेन्टाइन वार्ड और आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं वही आज पहली ही बारिश में बहराइच मेडिकल कॉलेज से संबंधित जिला चिकित्सालय पूरी तरह से पानी से लबालब तालाब की तरह नजर आया जिसमें वाहन रेंगते हुए दिखाई दिए। जिला चिकित्सालय के इमरजेंसी वार्ड समेत OPD और सभी विभागीय परिसर जलमग्न दिखाई दे रहे थे। अस्पताल परिसर के जलमग्न होने से आने जाने वाले मरीजों तथा उनके तीमारदारों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। हर साल ऐसी ही स्थिति से जूझने के बावजूद भी जिला प्रशासन सुध नहीं ले रहा है और अनजान बना हुआ है। बहराइच में पहली बरसात ने ही नगर पालिका के जल निकासी के दावों की पोल खोल कर रख दी है। कोविड-19 के इस महामारी के दौर में ऐसी लचर व्यवस्थाओं से हम आम जनजीवन को कोरोना महामारी से कैसे बचाएगें यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
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