सरवर खान जरीवाला, भोपाल, NIT;
बैरागढ़ इलाके के नूर महल, इतवारा, जहांगीराबाद, ऐशबाग, कन्हैया थाना क्षेत्रों में सटोरियों के कारोबार उरोज पर बताया जा रहा है। आरोप है कि बैरागढ़ इस समय सटोरियों का हेडक्वार्टर बन गया है। मिली जानकारी के अनुसार शहर के सभी छुटभैये आईपीएल सटोरिये बैरागढ़ में ही सट्टा उतारने का काम कर रहे हैं। इससे सटोरिये हर रोज़ करोड़ों रूपये की चांदी काट रहे हैं। वहीं क्षेत्रीय पुलिस इस गौरखधंधे के संचालकों से अनजान बनी हुई है। सूत्रों की मानें तो बैरागढ़ का सट्टा किंग कहा जाने वाला एक व्यापारी रसूखदार होने के साथ ही राजनीतिक पार्टी से ताल्लुक रखता है। यही कारण है कि पुलिस इस पर हाथ डालने से कतरा रही है।
गौरतलब है कि अधुनिक दौर में सटोरिये भी हाईटेक हो गए हैं। बैरागढ़ हेडक्वार्टर के सटोरिये 25 हजार रूपये में शहर के विभिन्न थाना क्षेत्रों में सक्रीय सटोरियों को एक बॉक्स देते हैं। जिसे सटोरियों की भाषा में लाइन कहा जाता है। इस लाइन में आईपीएल मैच के दौरान मुंबई से कनेक्ट लोग हर गेंद पर सट्टे का नाया भाव देते हैं। यह भाव छोटे खाईबाजों द्वारा ग्राहकों को दिया जाता है। सेकेंडों के अंदर यह डील फोन पर तय होती है। इसके बाद अगली बॉल पर फिर नाया भाव आ जाता है।
- कोडवर्ड में लगते हैं दाव
सटोरियों द्वारा अपने ग्राहकों को एक कोडवर्ड दिया जाता है। यह विशेष कोर्ड जबतक ग्राहक फोन पर नहीं बोलता उससे सट्टा संबंधी कोई बात नहीं की जाती। कोर्ड बोलते ही भाव दे दिया जाता है। इसके बाद सेकंडों में डील को डन किया जाता है।
- यूं लगते हैं दांव
बैरागढ़ के एक सटोरिये ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि आईपीएल पर सट्टा दो तरह से खिलाया जाता है। पहला कहलाता है सेशन जिसमें दस ओवर में अनुमानित स्कोर पर भाव लगाया जाता है। ग्राहक द्वारा कहा गया कि दस ओवर में 60 रन यस और वह बन गए तो ग्राहक की जीत नहीं बनने पर खाईबाज की। इसी प्रकार मैच की हारजीत पर लगातार भाव आते रहते हैं।
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