राकेश यादव, देवरी/सागर (मप्र), NIT:
पड़ोसी जिले नरसिंहपुर की रेत खदानों से चोरी छुपे
बड़े पैमाने पर लाई जा रही अवैध रेत के मनमाने दामों पर विक्रय के अवैध कारोबार का मामला मीडिया द्वारा उजागर किये जाने के बाद हरकत में आये प्रशासन द्वारा फोरलेन सड़क एवं ग्रामीण मार्गों से लाये जा रहे अवैध रेत से भरे 8 डंफर जब्त किये गये हैं।
केसली वन विभाग द्वारा विगत 4 दिवसों से रात्रि गश्त के दौरान जारी कार्रवाई में भी अवैध रेत से भरे 8 डंफर जब्त किये गये हैं। प्रशासन द्वारा की गई इस कार्रवाई से क्षेत्र में सक्रिय रेत माफियाओं में हड़कंप मच गया है।
कोरोना लॉकडाउन एवं उसके बाद भी सरकारी रेत खदाने बंद होने से निर्मित रेत के आभाव चलते सक्रिय रेत चोरों एवं माफियाओं द्वारा चोरी से लाई जा रही रेत सोने के भाव बेच रहे हैं। पड़ौसी जिले नरसिंहपुर की सीतारेवा, दुधी, ऊमर एवं नर्मदा नदी सहित रायसेन जिले में नर्मदा
नदी से चोरी छुपे लाई जा रही रेत प्रधानमंत्री आवास के हितग्राहियों, जरूरत मंदों को चार गुने दामों से विक्रय की जा रही थी। सरकारी रायल्टी की चोरी एवं हितग्राहियों से लूट के इस मामले को एनआईटी ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था जिसके बाद नींद से जागे प्रशासन द्वारा धड़ाधड़
अवैध रेत के डंफरों की धरपकड़ शुरू कर दी गई है। एसडीएम एवं तहसीलदार देवरी द्वारा देवरी फोरलेन वायपास एवं देवरी बारहा मार्ग पर अवैध रेत से भरे 8 डंफरों को जब्त किया है। प्रशासन द्वारा की गई धरपकड़
से मचे हड़कंप के चलते कई रेत डंफर ग्रामीण सड़कों से होकर भाग निकले और कुछ डंफर झिरा घाटी पर नरसिंहपुर सीमा में कतारबद्ध खड़े देखे गये।
प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई के संबंध में एसडीएम देवरी आर.के.पटैल ने बताया कि हमें आज सुबह अवैध रेत परिवहन की सूचना प्राप्त हुई थी जिसके आधार पर 7 डंफर पकड़े गये थे, एक डंफर का चालक डंफर
छोड़कर भाग गया था जिसे बाद में लाया गया है। इस प्रकार कुल 8 डंफर पकड़े गये हैं जिनके पास रायल्टी न होने एवं ओव्हर लोड होने के कारण उन्हें देवरी थाने में रखवाया गया है। उक्त डंफर नरसिंहपुर की ओर से लाया जाना बताया गया है। मामले में नियमानुसार कार्रवाई
की जायेगी।
प्रशासन द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार पकड़े गये डंफरों
में एम.पी.15 एच.ए. 1120 हाईवा वाहन मालिक रामनरेश तिवारी भैंसा चांदपुर चालक धीरज गौड़ निवासी कोपरा, एमपी 15 जी 4629 डंफर वाहन मालिक सुरेन्द्र तिवारी, चांदपुर चालक कन्छेदी पटैल चांदीपुर, एमपी.15 एच.ए.3354 हाईवा वाहन मालिक मुरलीधर साहू पटनाबुर्जुग रहली, एमपी.15 एच.ए.3454 हाईवा वाहन मालिक मुरलीधर साहू पटनाबुर्जुग रहली, एमपी 15 एचए 1026 वाहन मालिक मुन्ना पाण्डे जैतपुर कोपरा चालक गोविंद पटैल चांदीपुर, एमपी 15 जी 3762 वाहन मालिक मुकेश जैन चांदपुर, चालक माखन ठाकुर, एमपी 15 एचए 1068 वाहन मालिक संदीप तिवारी संजयनगर चालक नितिन पटैल, एमपी 15 एचए 1074 वाहन मालिक जितेन्द्र राजपूत रहली, चालक रतन लोधी मढि़या बुर्जुग
शामिल हैं जिन्हें देवरी थाने में रखवाया गया है। प्रशासन द्वारा की गई इस कार्रवाई में एसडीएम आर.के पटैल, तहसीलदार कुलदीप पारासर, देवरी थाना प्रभारी रामेश्वर सिंह एवं राजस्व एवं पुलिस अमला शामिल था।
केसली वन विभाग ने रात्रि गश्त में पकड़े 8 डंफर
केसली वन परिक्षेत्र अधिकारी की अगुवाई में केसली वन अमलें द्वारा रात्रि गश्त के दौरान विगत 4 दिवसों में की गई कार्रवाई में अवैध रेत से भरे 8 डंफर जब्त किये गये है। जिनके संबंध में वन मंडल अधिकारी सागर द्वारा खनिज विभाग सागर को कार्रवाई हेतु प्रतिवेदन भेजा गया है।
वन विभाग द्वारा पकड़े गये रेत से भरे डंफरों में एम.पी. 15 एच.ए.0928, एम.पी. 15 एच.ए.0929, एम.पी. 15 एच.ए.1254, एम.पी. 15 एच.ए.4657,/एम.पी. 15 एच.ए.9911, एम.पी. 15 एच.ए.7711, एम.पी. 04 एचई 5027, एम.पी. 15 जी.4252 शामिल हैं। परिक्षेत्र अधिकारी द्वारा बताया गया है कि पकड़े गये डंफरों में वन क्षेत्र से अवैध रेत खनन न होने की पुष्टि के उपरांत कार्रवाई हेतु खनिज विभाग को भेजा गया है।
नये निर्देशों के अनुसार वाहन मालिक पर हो सकता है आपराधिक प्रकरण दर्ज
खनिज विभाग को जारी नवीन निर्देशों के अनुसार खनिज चोरी मामलों में वाहन मालिक के विरूद्ध भी प्रकरण दर्ज किया जा सकता है। विभागीय सूत्रों के अनुसार सरकारी खदाने पूर्णतः बंद होने के कारण ऐसे मामलों में वाहन मालिकों के विरूद्ध भी कार्रवाई होना संभव है।
क्या कहते है खनिज विभाग के अधिकारी
इस संबंध में सागर खनिज अधिकारी आर.के.कैथल ने बताया कि जिले में एक भी रेत खदान नही है अधिकांश रेत नरसिंहपुर से सप्लाई होती है। रायल्टी चोरी कर लाई जा रही रेत को पकड़ने के लिए निरीक्षक को निर्देशित किया गया है। जल्द ही कार्रवाई की जायेगी। इस संबंध में जिला खनिज अधिकारी नरसिंहपुर रमेश पटैल के दूरभाष
क्रमांक 9424450153 पर लगातार संपर्क करने के बाद भी प्रति उत्तर प्राप्त नहीं हुआ है।