अबरार अहमद खान/मुकीज़ खान, भोपाल (मप्र), NIT:
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के न्यू कबाड़ खाना स्थित मस्जिद अहले हदीस के पेश इमाम मौलाना मोहम्मद मुदस्सिर सल्फी ने लोगों से अपील की है कि पड़ोसियों और जरूरतमंदों का ध्यान रखते हुये सादगी से ईद का त्यौहार मनायें।
कोरोना महामारी के चलते इस वक़्त पूरे विश्व में अर्थव्यवस्था चरमरा गई है विशेषकर भारत में सभी व्यवसाय बंद हैं, दैनिक जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। अधिकांश श्रमिक वर्ग के लोग परेशान हैं । और लाखों लोग बेरोजगार हो गए है । जिन लोगो के पास कुछ साधन थे वह भी इतने लंबे लॉक डाउन के समय में खाली हाथ हो गए है , ऐसे समय मे सभी धर्मों के लोगो को चाहिए कि एक साल तक अपने अपने त्यौहारों को सादगी से मनायें। एक तरह से यह साल ग़म का साल है क्योंकि इस महामारी से पूरे विश्व मे लाखो लोग मारे गए है भारत में भी हज़ारों लोग मारे जा चुके हैं, करोड़ो बेरोज़गार हो गए हैं ।इसलिए इस साल ये ज़रूरी है कि हम गरीबों , पड़ोसियों और जरूरतमंदों का ध्यान रखकर त्यौहार सादगी से मनाये और लोगो की मदद करें। मुसलमानों के लिए यह पहला त्योहार होगा जिस में वह नये कपड़े पहन कर शर्मिंदगी महसूस करेगा और पुराने कपड़े पहन कर खुशी महसूस करेगा ।साथ ही साथ उन्होंने आगे कहा है कि लोगों द्वारा यह अपील की जा रही है कि कोई भी हिन्दू मुस्लिम आपस मे खरीदारी न करें या विशेष धर्म के व्यक्ति से ही खरीदारी करें यह गलत और बाँटने वाली बात है सबको आपस मे खरीदारी करनी चाहिए और थोड़े से लोगो की वजह से सबको टारगेट नही करना चाहिए लेकिन हमारा मानना है कि ऐसे समय में सादगी के साथ ही त्यौहार मनाना चाहिए क्योंकि इस समय हमें दूसरों की मदद करने की आवश्यकता है। ये समय गरीबों और जरूरतमंदो का खयाल रखने का समय है सभी को व्यर्थ खर्च से बचने की आवश्यकता है। सादगी से रहें । बेहतर है कि फिजूलखर्ची से बचें।
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