अन्य राज्यों में फंसे मजदूरों की चिंता करे सरकार, कोरोना महामारी में हजारों मजदूर अभी भी अपने घर आने को हैं परेशान: विधायक कलावती भूरिया | New India Times

रहीम शेरानी, ब्यूरो चीफ, झाबुआ (मप्र), NIT:

अन्य राज्यों में फंसे मजदूरों की चिंता करे सरकार, कोरोना महामारी में हजारों मजदूर अभी भी अपने घर आने को हैं परेशान: विधायक कलावती भूरिया | New India Times

झाबुआ जिले की एक मात्र दबंग महिला विधायक जोबट की कलावती भूरिया ने कोरोना महमारी को लेकर विशेष चर्चा में बताया कि मध्यप्रदेश सरकार ने अन्य राज्यों में फंसे मध्यप्रदेश के मजदूरों को लाने के लिए कांग्रेस के द्वारा उठाये मुद्दे पर बहुत देर से ही सही पर निर्णय लिया यह अच्छी बात है लेकिन वर्तमान समय मे उनके द्वारा जो प्रयास किये जा रहे है वह केवल खाना पूर्ति ही है। आज गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र आदि अन्य राज्यों के अनेक स्थानों पर मध्यप्रदेश के मजदूर गए हुए है।
उन्हें वहाँ न तो खाने को मिल रहा है न ही उनकी कोई सुध ली जा रही है। हजारों मजदूर भूखे प्यासे नँगें पैर पैदल चलकर आ रहे है जिनसे उनके पैरों में छाले तक पड़ गए है
वही कई लोगों को जानकारी के आभाव में पास नही बने है व वे बाहर निकलते है तो पुलिस के डंडे पड़ते है या प्रशासन द्वारा परेशान हो जाते है।
इन सबकी मध्यप्रदेश सरकार को चिंता करना चाहिए व उन्हें अन्य राज्यों से सम्पर्क कर खाने पीने की व्यवस्था करना चाहिए। ज्ञातव्य है कि मध्यप्रदेश की राजनीति में सक्रिय महिला विधायक ने सबसे पहले झाबुआ अलिराजपुर जिले के अन्य राज्यों में फंसे सैकड़ो मजदूरों को लाने की पहल की थी उसके बाद ही मध्यप्रदेश ही नही अपितु अन्य राज्यों में भी पलायन को गए मजदूरों को लाने के प्रयास किये जा रहे है।
दबंग महिला विधायक के पास बाहर अन्य राज्यों में गए मजदूरों के सतत फोन कॉल्स आ रहे है जिन्हें वह अपने स्तर पर स्थानीय प्रशासन व अन्य राज्यों के जनप्रतिनिधियों व प्रशासन से सम्पर्क कर लाने के प्रयास कर रही है, इसलिए उन्होंने अनुभव के आधार पर कहा कि अभी भी हजारों मज़दूर ऐसे है जो स्टेशन से बहुत दूर है व उन्हें ऑन लाइन पास प्रक्रिया का भी ज्ञानाभाव है जिसके चलते परेशान है जिनकी चिंता हर प्रशासनिक व्यक्ति को भी करना चाहिए।
उन्होंने जिले की ग्रामीण जनता के माध्यम से देश की जनता को सन्देश देते हुए कहा कि अभी भी वक्त है कोरोना महमारी को गम्भीरता से लो व शासन के निर्देशों का पालन करो।
उन्होंने कहा कि लॉक डाउन खुलने का यह कतई मतलब नही है कि हम अपने घरों से बाहर घुमते फिरे।
सभी जनता आवश्यक व ज्यादा जरूरी हो तो ही अपने घरों से निकले व आवश्यक कार्य कर वापस अपने घरों में रहे।
सोशल डिस्टेंश की अहमियत समझे, स्वयं भीड़ न बढ़ाये व भीड़ वाले स्थान पर भी न जाये। मुँह पर मास्क लगाए व साबुन से बार बार हाथ धोते रहे।
उन्होंने क्षेत्र की जनता कि ओर से समस्त समाजसेवी संगठनों व पत्रकारों का धन्यवाद करते हुए कहा कि आप सभी के ग्रामीण अंचल की जनता को जागरूक करने के सामूहिक प्रयास व जन सेवा भाव प्रशंसनीय है उन्हें अनवरत जारी रखिये तभी हम मिलकर इस कोरोना की जंग को जीत सकते है।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts to your email.

By nit

This website uses cookies. By continuing to use this site, you accept our use of cookies. 

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading