पंकज शर्मा, ब्यूरो चीफ, धार (मप्र), NIT:
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि लाॅक डाउन के दौरान मीडिया को कवरेज करने से नहीं रोका जाए और प्रदेश के जनसंपर्क आयुक्त पी नरहरि ने भी आदेश जारी कर कहा है कि कोरोना वायरस की महामारी के चलते पत्रकारों को नहीं रोका जाये। उनके पास अधिमान्यता कार्ड, उनके संस्थान का परिचय पत्र या जनसंपर्क कार्यालय के माध्यम से जिला कलेक्टर का पास बना हो तो उन्हें कवरेज करने से नहीं रोका जाये लेकिन बदनावर में पत्रकार नीतेश शर्मा व विश्वास सिंह पवार कवरेज करने के लिए जा रहे थे, पुलिस विभाग के कर्मचारी ने रोक दिया जबकि पत्रकारों ने अपना परिचय पत्र बताया फिर भी पुलिस कर्मी ने रोक दिया। पत्रकार नीतेश शर्मा ने अपने मोबाइल फोन से जब एसडीएम सुश्री नेहा साहु से चर्चा की तो उन्होंने पुलिस कर्मी को निर्देश दिये कि फोटो खींचने के लिए मत जाने दो औऱ नहीं मानें तो दो चार लठ बजा दो।
जब इस संबंध में जिला मुख्यालय के प्रेस क्लब अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार तथा जिला भाजपा के सह संभागीय प्रवक्ता ज्ञानेंद्र त्रिपाठी को जानकारी मिली तो उन्होंने इस संबंध में जिला कलेक्टर से चर्चा की और कलेक्टर ने आडियो सुनने के बाद एसडीएम सुश्री नेहा साहु को शोकाज नोटिस जारी किया है।
मुख्यमंत्री व जनसंपर्क आयुक्त के आदेश का पालन न करते हुए खुलेआम आदेश का उल्लंघन किया गया है और एसडीएम के द्वारा पत्रकारों पर लठ बरसाने के आदेश दिये जा रहे हैं। भारतीय पत्रकार संघ AIJ मुख्यमंत्री के आदेश की अवहेलना के आरोप में एसडीएम को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की मांग करता है।
जबकि पत्रकार अपनी जान की परवाह न करते हुए जनहित में शासन को सहयोग प्रदान करने में जुटा हुआ है।