रहीम शेरानी, ब्यूरो चीफ, झाबुआ (मप्र), NIT:
पूरे देश में कोरोना वायरस से संक्रमित पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा 400 के करीब पहुंच चुका है जिसे कंट्रोल करने के लिए कई राज्यों को लॉक डाउन कर दिया गया है। मध्यप्रदेश का आदिवासी अंचल झाबुआ जिला भी 25 मार्च रात्रि 12 बजे तक लॉक डाउन है लेकिन शासन प्रशासन की तमाम कोशिशों के बावजूद यहां के रहवासी कोरोना वायरस जैसी गंभीर बीमारी को हल्के में ले रहे हैं और कई लोग बिना किसी कार्य के मौज शौक उड़ाते हुए बाजारों में घूमते हुए नजर आ रहे हैं तो कुछ लोग सेल्फी और सोशल मीडिया पर अपनी टीआरपी बढ़ाने के लिए वीडियो और फोटो बाजी कर रहे हैं। कुछ ऐसा ही नजारा सोमवार को मेघनगर में देखने को मिला, यहां पेट्रोल पंप पर लगी लंबी लाइन और बाजारों में बढ़ी भीड़ से ऐसा लग रहा है जैसे कोई इमरजेंसी अकाल पड़ने वाला है जबकि ऐसा कुछ नहीं है। शासन-प्रशासन की तमाम कोशिशों के बावजूद भी यहां के रहवासी मानने को तैयार नहीं हैं।
माना कि सब खुली हवा में जीना चाहते हैं लेकिन एक बात बता दें यदि कोरोना वायरस की चपेट में आप आ गए तो आप रहोगे ही नहीं तो जिओगे किसके लिए… मेघनगर नगर परिषद द्वारा दिन में 15 से अधिक बार सुबह दोपहर शाम को देर रात तक मुनादी अपील दुकान बंद कर घरों में रहने की हिदायत दी जा रही है तो… वहीं नगर परिषद कर्मी अपनी जान की परवाह किए बगैर सीने टाइगर का छिड़काव देर रात धुआ मशीन से करते हुए दिखाई दिए।
लेकिन हमें क्या फर्क पड़ता है हम तो अपनी मर्जी करेंगे। मेघनगर में कुछ ऐसे ही हालात हैं, कपड़ा व्यापारी कुछ ज्वेलर्स, मोटर साइकिल शोरूम संचालक और प्लास्टिकेम गिफ्ट आइटम की दुकानें खुली हैं।
प्रशासन द्वारा सब्जी फल एवं अनाज के साथ बहुत ही जरूरी मेडिकल सुविधा के लिए कुछ घंटों की मोहलत दी गई है लेकिन उसका गलत फायदा यहां की जनता उठा रही है। याद रहे गलत कार्यो का अंजाम भी गलत होता है, आप सुरक्षित रहें, प्रशासन के कार्यों में सहयोग करें, यही अपील है।
शनिवार हाट बाजार के दिन व ताली बजाने के दौरान भी हुई आम जनता से गलती
शनिवार के दिन हाट बाजार निरस्त किए गए थे लेकिन शुक्रवार को सूचना देने के बावजूद भी भारी संख्या में ग्रामीण जन सब्जी बेचने के लिए हाट बाजार में पहुंचे। नगर परिषद और एसडीएम श्री पराग जैन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा बार-बार मुनादी और अपील करने के बावजूद भी स्थानीय निवासी व ग्रामीण जन बाज नहीं आए और हर एक समझाइश देने के बाद जगह जगह अपनी दुकान लगाकर भीड़ बढ़ाते हुए दिखे। आखिरकार नगर परिषद कर्मियों द्वारा आदेश के बाद कुछ लोगों को सख्त हिदायत दी गई और कुछ लोगों के माल भी जप्त किये गये।
कुछ ऐसा ही आलम थाली एवं घंटी बजाने के दौरान भी दिखाई दिया। लोग बाग घर एवं बालकनी से थाली एवं घंटी बजाते यहां तक को सीमित था लेकिन कुछ फुल नंगी लोगों ने मोटरसाइकिल पर बाजा लेकर जनता कर्फ्यू को तार-तार किया तो कुछ लोगों ने जिले में 144 धारा प्रभावी होने के बावजूद भी आतिशबाजी की। कुल मिलाकर बात यही है कि यह जनता कर्फ्यू नहीं केयर फॉर यू है, शासन प्रशासन के द्वरा कोरोना वायरस से आम जनता को बचाने के लिए प्रयास कर रहे हैं।
याद रहे हमारी सुरक्षा में तैनात शासन प्रशासन के लोग वह भी मशीन नहीं हम जैसे ही आम नागरिक और इंसान हैै जो अपने परिवार से दूर हम लोगों की सुरक्षा में लगातार प्रयास कर रहे हैं लेकिन हम हैं कि अपनी गलत आदतों से बाज नहीं आ रहे, हमारी कलम के शब्दों में आज कड़वाहट जरूर है लेकिन हर कड़वी दवाई अच्छे स्वास्थ्य के लिए बेहतर होती है। अपील हमारी भी है आपसे घर में रहे कोरोना वायरस से जंग लड़ें।
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