फराज़ अंसारी, ब्यूरो चीफ, बहराइच (यूपी), NIT:
उत्तर प्रदेश पुलिस अपने कारनामों के कारण अक्सर ही सुर्खियों में छाई रहती है। कभी फायरिंग की तरह मुंह से ही ठांए-ठांए तो कभी नशे में धुत होकर पुलिसिया रौब गालिब करते हुए, अपने कारनामों के कारण सुर्खियों में छाए रहने में बहराइच पुलिस भी पीछे नहीं है। वाह वाही और अपना गुडवर्क दिखाने की होड़ में लगी बहराइच पुलिस कुछ भी कर गुजरने का जज़्बा रखती है। ताज़ा मामला बहराइच शहर के छावनी क्षेत्र का सामने आया है जहां छेड़खानी कर रहे एक युवक को ग्रामीणों ने मौके पर ही पकड़ लिया और उसकी धुनाई भी कर डाली, इसी दौरान घटनास्थल पर पुलिस भी पहुंच गयी। ग्रामीणों ने आरोपी को रात में ही पुलिस के हवाले कर दिया और यहीं से गुडवर्क के चक्कर में शुरू हुआ थाना दरगाह पुलिस का अजब-गजब खेल। नवागत पुलिस कप्तान ने जिले की कमान संभाली तो जिले के थानेदार भी जुट गये जिले के बड़े साहब को गुडवर्क दिखा कर खुश करने में जिसमें दरगाह थाने की पुलिस कतार में सबसे आगे खड़ी होती दिखाई दी और हो भी क्यों न जिस दिन बड़े साहब ने कमान संभाली उसी दिन उन्हीं के क्षेत्र में हौसलाबुलन्द हत्यारे ने एक मासूम को मौत के घाट उतार कर दरगाह पुलिस के बेहतर पुलिसिंग व्यवस्था को आइना दिखा दिया। नवागत एसपी साहब के आते ही हत्या के मामले से थानेदार साहब की आलोचनाएं हूई तो साहब ने गुडवर्क दिखाने के लिए कमर कस ली और जिस छेड़छाड़ के आरोपी को रविवार की रात ग्रामीणों ने उसकी धुनाई कर पुलिस को सौंपा उसी आरोपी को सोमवार को अग्रसेन तिराहा से दोपहर डेढ़ बजे गिरफ्तार करने का प्रेस रिलीज़ जारी कर दरगाह पुलिस अपनी पीठ थपथपाती नज़र आयी कि मुकदमा दर्ज होने के महज़ चन्द घण्टों में ही अपराधी को धर दबोचा लेकिन बड़े साहब को खुश करने के चक्कर में दरगाह पुलिस द्वारा जारी प्रेस रिलीज़ की किरकिरी उस समय हो गयी जब सोशल मीडिया में रविवार रात में ही आरोपी को पुलिस को सौंपते हुए और हो रहे हंगामे की लाइव वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गयी। अब सवाल यह उठता है कि क्या इसी तरह बहराइच पुलिस अपराधियों पर नकैल कसने में कामयाब होगी और क्या यही है जिले के नवागन्तुक पुलिस कप्तान विपिन मिश्रा की बेहतर सुलभ और सजग पुलिस व्यवस्था जहां एक ही अपराध के आरोपी को महज चन्द घण्टों में बहराइच की बहादुर पुलिस दोबारा धर दबोचने की प्रेस रिलीज जारी कर अपने गुडवर्क का बखान लर फूले नहीं समाती है।
ज्ञात हो कि शहर की दरगाह पुलिस इन दिनों सुर्खियों में छायी है। दो दिन पहले व्यापरियों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंच प्रभारी निरीक्षक थाना दरगाह पर अभद्रता करने व व्यापारी के पुत्र का मोबाइल छीनने का आरोप लगाया तो एसपी सिटी साहब ने मामले की जांच क्षेत्राधिकारी नगर को सौंप दी जो उसी रफ्तार से चल रही है जिस रफ्तार से थाना दरगाह की सलारगंज चौकी इंचार्ज द्वारा एक पत्रकार से अभद्रता करने की जांच करीब तीन माह पूर्व से जारी है। वहीं इस घटना के दूसरे दिन ही जिले में नवागन्तुक पुलिस कप्तान विपिन मिश्रा ने कमान सम्भाली तो उसी दिन दरगाह क्षेत्र में हूई 6 वर्षीय मासूम की हत्या ने थाना दरगाह पुलिस की बेहतर पुलिसिंग व्यवस्था की कलई खोल कर रख दी और इसी के बाद शुरू हूई दरगाह पुलिस की डैमेज कन्ट्रोल की कवायद। मामला छावनी चौराहे के पास का है जहां रविवार की रात एक सफेद रंग की ब्लेनो कर सवार राह चल रही युवती से छेड़छाड़ करने लगा और उस पर फब्तियां कसने लगा। यही नहीं युवक पर जबरन युवती को कार में बैठाने का भी आरोप है जिसके बाद युवती के विरोध करने पर ग्रामीणों ने आरोपी की धुनाई कर दी जिसके बाद सड़क पर ही काफी देर हंगामा चलता रहा। इसी दौरान घटानस्थल पर पुलिस भी पहुंच गयी और आक्रोशित भीड़ को किसी तरह समझा-बुझा कर शांत किया। इसके बाद ग्रामीणों ने आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया और यहीं से शुरू हुआ दरगाह पुलिस का गुडवर्क वाला खेल। दरअस्ल इस पूरे हंगामे के दौरान लोगों ने पूरी घटना की वीडियो क्लिप कैप्चर कर ली। सोमवार सुबह सोशल मीडिया में आमजन की ओर से वीडियो वायरल होने लगी तो थाना दरगाह क्षेत्र में ही तैनात एक एसआई साहब ने सुबह 12:21 बजे रिप्लाई किया कि रात में ही मुकदमा पंजीकृत कर अभियुक्त के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। इसके बाद एक के बाद एक कई मैसेज आये की किन धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है तो एसआई साहब ने सुबह 12:50 एक और मैसेज रिप्लाई किया कि शीघ्र ही प्रेसनोट उपलब्ध होगा। इसके बाद पुलिस महकमे के आधिकारिक सोशल मीडिया साइट पर 3:30 बजे एक प्रेसनोट जारी हुआ। लेकिन इस प्रेस रिलीज़ में दरगाह पुलिस ने अपनी पीठ थपथपाने और अपना गुडवर्क दर्शाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। आलम यह रहा कि जिस आरोपी को कार सहित ग्रामीणों ने पुलिस को सौंपा था उसी आरोपी को बहादुर पुलिस ने दोपहर 13:30 यानी डेढ़ बजे अग्रसेन तिराहे से गिरफ्तार होना दर्शा डाला यही नहीं गुडवर्क दिखाने की जल्दबाजी में जारी प्रेस रिलीज में जिस ब्लेनो कार को सीज करने की हेडनोट लिखी गयी उसका नम्बर व फोटो प्रेस रिलीज से गायब रही। जिसके बाद से दरगाह पुलिस की कार्यप्रणाली की जमकर आलोचनाएं हो रही हैं। सवाल यह उठता है कि जिस आरोपी को ग्रामीणों ने धुनकर पुलिस को सौंपा था उसकी डॉक्टरी पुलिस ने रात में क्यों नहीं करायी और अगर पुलिस की ही मानें तो जब रात में ही आरोपी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया था तो क्या उसे मुकदमा दर्ज करने के बाद छोड़ दिया गया था जो उसे दूसरे दिन दोपहर को अग्रसेन तिराहे से गिरफ्तार किया गया और यदि मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपी को छोड़ा नहीं गया तो फिर हिरासत में लिए गए आरोपी को दरगाह पुलिस ने दोबारा कैसे गिरफ्तार कर लिया। अब देखना यह है कि “कहीं की ईंट कहीं का रोड़ा, भानुमति का कुम्बा जोड़ा” वाली कहावत चरितार्थ करने वाली दरगाह पुलिस पर जिले की कमान सम्भाले न्यायप्रिये कप्तान साहब इस पूरे मामले पर क्या ऐक्शन लेते हैं।
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