संदीप शुक्ला, ब्यूरो चीफ, ग्वालियर (मप्र), NIT:
सरिस्का बाघ परियोजना क्षेत्र व उसके आस पास के क्षेत्र को प्रदूषण मुक्त रखने हेतु श्रीप्रकाश सिंह निमराजे अध्यक्ष, गोपाल किरन समाज सेवी संस्था ग्वालियर द्वारा मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार, Central Minister Envirnment, Forest &Climate Chenge को पत्र लिखकर निवेदन किया गया है कि सरिस्का बाघ परियोजना क्षेत्र के चारों ओर आबाद क्षेत्र अलवर जिले के थानागाजी, बानसूर, राजगढ़, मालाखेड़ा, उमरेण, मुंडावर तथा जयपुर जिले के विराटनगर व जमवारामगढ़ पंचायत समितियों को प्रदूषण मुक्त रखते हुए यहां औद्योगिक इकाइयों की स्थापना नहीं करने की मांग की है। वहीं इन्होंने पत्र के माध्यम से अवगत कराया है कि क्षेत्र के अंतर्गत प्राकृतिक संपदा, बाघ परियोजना क्षेत्र, ऐतिहासिक किलों, बावडियों, मंदिरों, ग्रामीण कला व संस्कृति को पर्यटन के तहत विकसित करने के साथ ही यहां के युवाओं को इको टूरिज्म से जोड़ा जाए। इसी के साथ में स्थानीय कलाकारों की कलाओं को मद्देनज़र रखते हुए हाट बाजार लगाए जाएं, क्षेत्र में बूंद बूंद सिंचाई, बागाती खेती व डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने के साथ ही शिक्षा के अंदर शोध केंद्रों की स्थापना के साथ प्राकृतिक सौंदर्य को ध्यान में रखते हुए यहां विकास होना आवश्यक है, साथ ही जयपुर व दिल्ली के मध्य स्थित होने के वास्ते आकाशगंगा उल्कापात के अध्ययन हेतु थानागाजी में खगोलीय अध्ययन केंद्र की स्थापना की जाए जिनके माध्यम से यहां पर युवाओं को स्वरोजगार प्राप्त हो सकेगा साथ ही प्राकृतिक वातावरण की स्वच्छता व सुंदरता बना रहेगी जो पर्यटन व कला में विश्व स्तर पर श्रेष्ठ स्थान बन सकता है। मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार जयपुर को अवगत कराते हुए बजट में शामिल करते हुए कार्य योजना बनाने की मांग की है।
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