संदीप शुक्ला, ब्यूरो चीफ, ग्वालियर (मप्र), NIT:
जिस बच्चे को मां ने गोद में खिलाया वही बच्चा बड़ा होकर अपनी मां का ही एकाउंट खाली कर पैसे ऐश व आराम में खर्च कर दिया। राज्य साइबर पुलिस ने तीन सदस्यीय ठगों की इस टीम को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार राज्य साइबर पुलिस ग्वालियर ने फोनपे के माध्यम से तीन लाख पचास हज़ार रूपये धोखाधड़ी से निकलने वाले तीन सदस्यीय टीम को गिरफ्तार किया है।
साइबर पुलिस ने नॉएडा, चित्रकूट से धोखाधड़ी करने वाले सदस्यों को गिरफ्तार किया है। फरियादी के खाते में मारे गए 44 लाख के अटेम्प का खुलासा हुआ है। आरोपी VPA हैंडल बदलकर ठगी को अंजाम देते थे और डिवाइस आईडी बदल बदल के किये ट्रांजेक्शन करते थे। फरियादी की ही संतान ने अपने दोस्तो के साथ मिलकर कर इस ठगी को अंजाम दिया है। आरोपी ने YOUTUBE से ठगी करने का तरीका सीखा है। ये लोग ऐश व आराम में सारा पैसा खर्च कर दिए हैं। कार्रवाई की सुचना मिलते ही ये लोग फरार हो गए थे और अलग-अलग जिलों में फरारी काटी है। इस धोखाधड़ी में फरियादी को कोई भी ट्रांजेक्शन के OTP की जानकारी नहीं मिलती थी और ये आरोपी पिछले तीन माह से लगातार ट्रांजेक्शन कर रहे थे।
पकड़े गए आरोपियों के नाम
01. निशांत सोनी पुत्र सोनी उम्र 20 वर्ष नि कर्वी उत्तर प्रदेश,
02. अखिल तालानं पुत्र तालानं उम्र 19 वर्ष नि नोएडा उत्तर प्रदेश,
03 . नाबालिग बालिका सीमा राठौर (परिवर्तित नाम) उम्र 17 वर्ष निवासी ग्वालियर।
अपराध में भूमिका
01 . निशांत सोनी- पैसे अपने वॉलेट में लेकर अलग अलग जगह ट्रांसफर करना,
02 . अखिल तालान – VPA हैंडल बदलना एवं डिवाइस चेंज करना एवं रकम कैश कराना,
03 . अपचारी बालिका- OTP बताना।
उक्त प्रकरण के निराकरण में निरीक्षक मुकेश नारोलिया, उप नि नीलम तोमर, उप नि शैलेन्द्र राठौर, प्रधान आर हरनारायण शर्मा, आर राधा रमन त्रिपाठी, आर पुष्पेंद्र सिंह यादव की सराहनीय भूमिका रही है।
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