वी.के.त्रिवेदी, ब्यूरो चीफ, लखीमपुर-खीरी (यूपी), NIT:
विगत वर्ष से बंद चल रही हाथी सफारी को उच्चाधिकारियों के निर्देश के बाद पुनः शुरू कर दिया गया है। अब पर्यटक हाथी सफारी का आनंद हाथी पर बैठकर कर ले सकेंगे।
गौरतलब है कि दुधवा टाइगर रिजर्व प्रभाग पलिया खीरी अपने आंचल में विभिन्न बेशकीमती वृक्षों के साथ साथ विलुप्त प्राय प्रजातियों वन्यजीवों को भी समेटे हुए है। यहां प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में विदेशी पक्षी आते रहते हैं तथा यहां की आवोहवा विदेशी हाथियों को भी इतनी ज्यादा रास आती है कि वह भी अंतर्राष्ट्रीय सीमा को पार कर दुधवा में आ जाते हैं। इसी क्रम में नेपाल राष्ट्र से आने वाले हाथियों में से कुछ टस्कर हाथियों द्वारा विगत वर्ष पालतू हाथियों को परेशान किया गया था तथा आसपास में निरंतर गतिविधियों बनी हुई थी जिससे सैलानियों के लिए खतरे को देखते हुए विगत वर्ष हाथी सफारी बंद कर दी गई थी। वर्तमान में सामान्य स्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए उच्चाधिकारियों द्वारा हाथी सफारी को पुनः प्रारंभ करने का निर्देश दिया गया है जिसके क्रम में संबंधित क्षेत्रीय वन अधिकारी को हाथी सफारी हेतु सूचित कर दिया गया है।
हाथी सफारी 8 फरवरी से पुनः पूर्ववत पर्यटकों के लिए प्रारंभ कर दी गई है। अब सभी सैलानी दुधवा टाइगर रिजर्व के गैंडों का भी दीदार कर सकेंगे। शुरुआत में गैंडा दर्शन के लिए हाथी सफारी में केवल चार ही हाथियों को जोड़ा गया है तथा हाथी सफारी पर गैंडा दर्शन केवल सुबह की शिफ्ट में ही होगे क्योंकि शाम की शिफ्ट में हाथी के भोजन एवं पेट्रोलिंग कार्य में होने के कारण पर्यटक केवल सुबह के समय ही हाथियों पर सवार होकर गैंडा दर्शन कर सकते हैं।