रहीम शेरानी, ब्यूरो चीफ, झाबुआ (मप्र), NIT:
राणापुर के ग्राम पंचायत रूपाखेड़ा में स्थानीय राम मंदिर प्रांगण में एक दिवसीय सत्संग का आयोजन किया गया।
आदिवासी ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित बापू के दिव्या प्रेणा से राणापुर विकासखंड के ग्राम रूपाखेड़ा में सत्संग के दौरान का कहा स्वामी रामा जी महाराज ने बताया कि हमें पाश्चात्य संस्कृति से दूर रहकर अपने देश की संस्कृति व विचारों को जीवन में धारण करना चाहिए जिससे हमारा जीवन सार्थक हो सके। जन्म देने वाले ही हमारे सच्चे मार्ग दर्शक होते हैं इसलिए माता-पिता के बताए हर रास्ते का अनुशरण करना चाहिए।
श्री योग वेदान्त समिति की ओर से गुरुवार को रुपाखेड़ा में मातृ-पितृ पूजन दिवस हर्षोल्लास से मनाया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत बापू जी के कृपा पात्र शिष्य स्वामी रामा जी महाराज के सत्संग से की गयी। मातृ-पितृ पूजन पर बच्चों ने माता-पिता को तिलक लगाकर पुष्पमालाएं अर्पित की तथा पूजा की थाली सजाकर माता-पिता की पूजा-अर्चना की और माता-पिता ने बच्चों को हृदय से लगाकर आशीष दिया।
स्वामी रामाभाई ने बताया कि विश्व मानव के मंगल के लिए बापूजी ने पिछले 14 वर्षो से यह अभियान प्राम्भ किया 14 फरबरी को ईश्वर के नाते मातृ-पितृ पूजन दिवस यानि सच्चा प्रेम पर्व मनाये, एक दूसरे को प्रेम करके अपने दिल के परमेश्वर को छलकने दें। इससे लाखों परिवार तबाह होने से बच रहे हैं। रामाभाई ने कहा कि कोई माँ-बाप नहीं चाहते कि हमारा बेटा या बेटी शादी के पहले ही किसी के चक्कर में आकर ओज-तेजहीन, तन-मन व दिल दिमाग से कमजोर हो जाये। इसलिए करीब हजारों भक्तगण मातृ-पितृ पूजन दिवस मना कर अपने बच्चो को अच्छे संस्कार दे रहे हैं।
सत्संग पंडाल में बापू जी की श्रीगुरु चरण पादुका पूजन के दर्शन लाभ भी भक्तो ने प्राप्त किये।
मातृ-पितृ पूजन दिवस के निमित पर साईं श्री लीलाशाह जी गुरुकुल बच्चों ने शानदार कार्यकर्म कर सभी को भावविभोर कर दिया।
इस अवसर पर मुकेश परमार, मांजुसिंह परमार, नरवेसिंह परमार, कांतिलाल परमार, फकरु परमार, राजू परमार, राकेश हटीला, दिनेश राठौड़, प्रतापसिंह परमार, राजेंद्र हटीला, सरदार सिंह परमार आदि मौजूद रहे।
उस वक्त यूथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष डॉ विक्रांत भूरिया व जनपद सदस्य विजय भाबोर श्रीफल भेंट कर रामा जी महाराज का स्वागत और अभिनंदन किया गया।