अशफाक कायमखानी, सीकर/जयपुर (राजस्थान), NIT:
CAA, NPR व NRC के खिलाफ दिल्ली के शाहीनबाग में भारतीय महिलाओं का लम्बे समय से चल रहे शांतिपूर्ण आंदोलन में एक तरफ शहीद रोहित वेमुला व शहीद नजीब की माताओं ने 80 फुट ऊंचाई पर 35 फूट लम्बे राष्ट्रीय ध्वज को लाखों लोगों की मौजूदगी में फहरा कर गणतन्त्र दिवस मनाया ठीक उसी समय राजस्थान के सीकर शहर के अलग-अलग हिस्सों से सीकर की महिलाएं हाथों में तिरंगा लेकर अलग-अलग रैलियों में चलकर शहर के जाट बाजार के नजदीक बने शाहीनबाग स्थल पर आकर उक्त कानून के खिलाफ पड़ाव डालकर विरोध करना शूरु कर दिया। सीकर के शाहीनबाग के मंच पर दिल्ली के शाहीनबाग की दादी बिलकिस बानो के फोटो वाला बड़ा बैनर लगा हुवा है। वहीं संविधान निर्माता डाॅ. भीमराव अम्बेडकर व महात्मा गांधी की फोटो लगी हुई है।
भारत के अलग-अलग हिस्सों के अतिरिक्त राजस्थान के कोटा व टोंक के बाद आज सीकर की महिलाओं ने सीएए, एनपीआर व एनआरसी के खिलाफ जाट बाजार के नजदीक “शाहीनबाग सीकर” में अनिश्चितकालीन पड़ाव डालकर विरोध करना शूरु करने के बाद आंदोलन में शामिल महिलाओं ने कहा कि वे अंतिम समय तक आंदोलन चला कर सरकार को पीछे हटने पर अपने लोकतांत्रिक तरिके से मजबूर करके रहेंगी साथ ही शाहीनबाग में मौजूद महिलाओं ने यह भी कहा कि वो दिल्ली के शाहीनबाग में मौजूद आंदोलनरत महिलाओं की तरह सीकर के शाहीनबाग में भी लम्बे समय तक आंदोलनरत रहने की तैयारी कर चुकी हैं।
सीकर शाहीनबाग में सीकर की बेटियों व उनकी माओं ने मंच से अपने जज्बाती भाषण में कहा कि उक्त कानून को बनाकर केन्द्र की मोदी सरकार ने डाॅ भीमराव अम्बेडकर द्वारा बनाये संविधान पर हमला किया है। वो संविधान बचाने धरना स्थल आई हैं और आती रहेंगी। राजस्थान के अन्य हिस्सों के मुकाबले सीकर में ऐक्सीलेंस व बज्म ए अहबाब जैसी अंग्रेजी माध्यम वाली बालिका शैक्षणिक इंस्टीट्यूट के अलावा अन्य गलर्स स्कूल से शिक्षा पाने वाली बेटियों के आंदोलन को लीड करके महिलाओं में आंदोलन के प्रति जौश व जज्बे को ऊपर उठा दिया।
इससे पहले दिल्ली के शाहीनबाग में महिलाओं के चल रहे आंदोलन में सीकर शहर व आसपास के गांवों से अनेक ग्रूप दिल्ली जाकर उनके हौसले से प्रभावित होकर बीस जनवरी को सीकर शहर में लाखों की तादाद की मौजूदगी में CAA-NPR व NRC के खिलाफ कृषि उपज मण्डी में पहले सभा करके व फिर शहर में मण्डी से कलेक्ट्रेट तक रैली निकाल कर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देने के छठे दिन आज महिलाओं ने सीकर में शाहीनबाग बनाकर आंदोलन को निर्णायक मोड़ की तरफ ला खड़ा कर दिया है। इस सम्बंध में राजस्थान विधानसभा में कल 25 जनवरी को एक संकल्प भी पास किया गया है।
सीकर में जारी महिलाओं के आंदोलन के लिये बनी आयोजन समिति को “सीकर शाहीनबाग टीम” का नाम देकर आंदोलन को सुचारू रुप से जारी रखने की मुकम्मल तैयारी के बाद महिलाओं के आंदोलन के पहले दिन क्यूम कुरेशी, शिवभगवान सारडीवाल, कामरेड सलीम व इकबाल कारीगर सहित बड़ी तादाद में महिलाओं ने सम्बोधित करने के अलावा जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार स्टाईल में बार-बार नारे लगाकर मजमे में भारी जौश भरा।
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