रहीम शेरानी, ब्यूरो चीफ, झाबुआ (मप्र), NIT:
झाबुआ जिला चिकित्सालय में महिलाओं की बीमारियों को लेकर चिंता बड़ती जा रही थी और उसी दौरान कार्यभार ज्यादा से होने के कारण डॉक्टर सोनल रावत ने इस्तीफ़ा दे दिया था। मगर विधायक प्रतिनिधि डॉक्टर विक्रांत भूरिया के सफल प्रयासों से जिला चिकित्सालय की परेशानी में कमी आई है क्यूंकि इस्तीफ़ा देने वाली डॉक्टर रावत सोमवार को जिला चिकित्सालय में फिर से सेवायें देना शुरू कर देंगी।
जिला चिकित्सालय में गर्भवती महिलाओं के इलाज के लिये बीते काफी दिनों से महिला चिकित्सक की कमी से परेशानिया बढ़ती जा रही थी।
यूं तो जिला चिकित्सालय में पांच महिला चिकित्सक हैं मगर कोई छुट्टी पर तो कोई बिना मिली छुट्टी पर थी।
किसी ने इस्तीफ़ा दे दिया था तो किसी को अन कंट्रोल ब्लड प्रेशर था।
इसी संबघ में सिविल सर्जन से बात की गयी तो जानकारी देते हुये कहा कि लेडी डॉक्टर प्रेमलता भूरिया अपनी छुट्टी से वापस आ चुकी हैं और इस्तीफ़ा देने वाली डॉक्टर सोनल रावत सोमवार से ज्वाइन कर लेंगी। हालांकि महिलाओं से सम्बंधित बीमारियों के इलाज के लिये जिला स्तर पर चिकित्सालय में जितनी जरूरत लेडी डॉक्टरों की है वह अभी भी कम ही है मगर प्रयास भी सफलता की सोच के साथ किया जाये तो असम्भव भी सम्भव है जैसा की इस्तीफे के बाद डॉक्टर रावत ने काम करने से मना कर दिया था मगर स्वास्थ्य के प्रति जागरूक जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत भूरिया के सफल प्रयास से डॉक्टर रावत फिर से सेवायें देने के लिये राज़ी हो गयीं। बहरहाल मेहनत के मोती की चमक फैलती हुई असरदार होती है। जिला चिकित्सालय में महिलाओं के इलाज के लिये लेडी डॉक्टर की कमी को पूरा करने का डॉक्टर विक्रांत का प्रयास सरहनीय है।
Discover more from New India Times
Subscribe to get the latest posts to your email.