जेएनयू, जामिया मिल्लिया एवं एएमयू के बाद अब भोपाल में भी महाविद्यालय के छात्रों द्वारा एनआरसी, सीएए एवं एनपीआर के खिलाफ उठाई गई आवाज़ | New India Times

अबरार अहमद खान/मुकीज खान, भोपाल (मप्र), NIT:

जेएनयू, जामिया मिल्लिया एवं एएमयू के बाद अब भोपाल में भी महाविद्यालय के छात्रों द्वारा एनआरसी, सीएए एवं एनपीआर के खिलाफ उठाई गई आवाज़ | New India Times

जेएनयू, जामिया मिल्लिया एवं एएमयू के बाद अब भोपाल में भी महाविद्यालय के छात्रों द्वारा एनआरसी, सीएए एवं एनपीआर के खिलाफ आवाज़ उठाई गई है।

दिल्ली के शाहीन बाग़ में महिलाओं द्वारा एन.आर.सी, सी.ए.ए. एवं एन.पी.आर का विरोध किया जा रहा है जिसकी आवाज़ से आवाज़ मिलाते हुए आज भोपाल विधायक आरिफ मसूद के नेतृत्व में इन्दिरा प्रियदर्शिनी महाविद्यालय एवं अन्य विद्यालय की छात्राओं सहित महिलाओं ने भी हज़ारों की संख्या में इकट्ठा होकर स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर एन.आर.सी., सी.ए.ए. एवं एन.पी.आर के खिलाफ ज़ोरदार नारे बाजी करते हुऐ इसे वापस करने की मांग की।

जेएनयू, जामिया मिल्लिया एवं एएमयू के बाद अब भोपाल में भी महाविद्यालय के छात्रों द्वारा एनआरसी, सीएए एवं एनपीआर के खिलाफ उठाई गई आवाज़ | New India Times

इस मौके पर विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा एन.आर.सी, सी.ए.ए. एवं एन.पी.आर जैसे काले कानून के खिलाफ जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। उसी श्रृंख्ला में आज इन्दिरा प्रियदर्शिनी महाविद्यालय एवं विद्यालय की छात्राओं ने विरोध प्रदर्शन किया जिसकी सराहना की जानी चाहिए। इस आंदोलन को आज भोपाल की तारीख में लिखा जाएगा। वहीं ज़रूरत पडने पर भोपाल की महिलाएं जेल भरो आंदोलन भी कर सकती हैं। आगे उन्होंने कहा कि एन.आर.सी. और सीएए एक काला क़ानून है। इस क़ानून से सभी धर्माें के लोगों को अपने पूर्वजों का 70 वर्षों का रिकार्ड देना पड़ेगा जिसकी वजह से देश के नागरिकों को कठिनाईयों का सामना करना पड़ेगा।
सत्याग्रह में मुख्यरूप से निशा, शफ्फाक, नाज़िश, रजनी, अनामिका शर्मा, तनवीर, सबा, मुस्कान खान, युसरा खान, जै़नब, खुशी कपूर, मनीषा, लायबा, लुबना, मरियम, शहनाज़, क़ायनात, निदा शाहवर, नाज़िया, फरीदा, कु. बबीता, कुसुम अहिरवार, रोशनी, सरोज, साक्षी, प्रियंका, अनिता, भावना, शालिनी, निशा, आरती, शुभा, अलका, स्वाति, रंजना, रूचिका, गौरी, नेहा, सोनम गुप्ता, प्रिती आदि उपस्थित रहीं।

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