गरीब किसानों का खून चूस रहे हैं धान खरीद केंद्र के सचिव, धान कटौती के नाम पर हो रहा है किसानों का शोषण | New India Times

गणेश मौर्य, ब्यूरो चीफ, अंबेडकरनगर (यूपी), NIT:

गरीब किसानों का खून चूस रहे हैं धान खरीद केंद्र के सचिव, धान कटौती के नाम पर हो रहा है किसानों का शोषण | New India Times

जिले के साधन सहकारी समिति लिमिटेड अन्नावा विकास खंड कटेहरी में धान की खरीददारी पर कटौती काटकर किसानों का खून चूसा जा रहा है।
फैजाबाद रोड स्थित अन्नावा में खुले सरकारी धान खरीद केंद्र में कटौती के नाम पर यहां धान की बिक्री कर रहे किसानों का आर्थिक शोषण हो रहा है। बताया जा रहा है कि यहां कार्यरत कर्मचारियों और सचिव चंद्रिका प्रसाद द्वारा धान की गुणवत्ता में कमी दिखाकर प्रति क्विंटल में आठ से दस प्रतिशत तक की कटौती की जा रही है। इससे किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। सचिव साहब कहते हैं कि धान खरीदने बैठा हूं कूड़ा नहीं। बात तो तब मजे की है जब सचिव चंद्रिका प्रसाद ने खराब धान होने के नाम पर 8 से 10 किलो कुंटल पीछे काटने की बात कही।

गरीब किसानों का खून चूस रहे हैं धान खरीद केंद्र के सचिव, धान कटौती के नाम पर हो रहा है किसानों का शोषण | New India Times

जब किसान अपने धन को वापस ले गया मगर किसानों ने बताया कि क्या सभी के धान में नमी है, सभी के साथ यह सुलूक किया जा रहा है। क्रय केंद्र पर किसानों का शोषण हो रहा है। एक तरफ उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने 17 फ़ीसदी तक नमी के धान में कोई कटौती न करने का आदेश जारी किया है इसके बावजूद किसानों का शोषण सचिव चंद्रिका प्रसाद द्वारा किया जा रहा है।

शुक्रवार 10 जनवरी 2020 को इस धान खरीद केंद्र में धान बेचने गए गांव के किसानों के साथ भी कर्मचारियों ने कुछ ऐसा ही किया, जिसके बाद किसानों द्वारा इसका विरोध करने व इसकी सूचना अन्य लोगों को दिए जाने पर मामला गर्म हो गया है।
किसानों ने बताया कि वे यहां गांव के ही कुछ अन्य किसानों के साथ करीब 50 क्विंटल धान खरीद केंद्र में लेकर आए थे। धान खरीद केंद्र में कार्यरत सचिव ने उनके धान को देखा और कहा कि धान में गड़बड़ी है इसमें 10 से 12 प्रतिशत की कटौती होगी तभी हम धान की खरीद करेंगे। उनके द्वारा विरोध करने पर वे कहने लगे कि अपना धान घर वापस ले जाएं। घर से भाड़ा लगाकर धान को क्रय केंद्र तक लाने व उसे पुन: घर वापस ले जाना उनके लिए काफी मुश्किल था।

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