वी.के.त्रिवेदी, ब्यूरो चीफ, लखीमपुर-खीरी (यूपी), NIT:
मोहम्मदी कोतवाली पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर ग्राम खेतहारा व धमौला के बीच एक खेत में प्रतिबन्धित पशु का वध करते हुए तीन लोगों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है जबकि तीन अन्य आरोपी पुलिस को चकमा देकर फरार होने में कामयाब हो गए हैं।
कोतवाल संजय त्यागी ने जानकारी देते हुए बताया कि मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ लोग ग्राम खेतहारा धमौला के बीच एक खेत में मौजूद हैं और प्रतिबन्धित पशु का वध कर रहे हैं। इस सूचना पर उपनिरीक्षक जगपाल सिंह, उपनिरीक्षक कृपेन्द्र सिंह, हेड कांस्टेबल जितेन्द्र सिंह, कांस्टेबल अमित कुमार, निखिल त्यागी, सतेन्द्र सिंह की टीम ने मौके पर पहुंच कर खेत की घेराबन्दी कर छापा मारा और 6 लोगों को दबोच लिया जिसमें से तीन पुलिस से अपने को छुड़ाकर भाग निकले। मौके पर पुलिस को प्रतिबन्धित मांस, वध करने वाले औजार आदि बरामद हुए हैं। बरामद मांस का मेडिकल परीक्षण के उपरान्त गढ्ढा खोदकर गाड दिया गया। मौके पर पकड़े गए लोगो में नगर के मोहल्ला सरैया निवासी इरशाद पुत्र इसरार खां, लियाकत खां पुत्र मुस्तफा खां व आरिफ खां पुत्र जसरूल्ला खां निवासी धमौला के बताए गए हैं। बाकी अन्य तीन वे लोग भी नामजद हुए हैं जो पुलिस को चकमा देकर अपने को छुड़ा कर भाग गए हैं। सूत्रों की मानें तो विवेचना के दौरान आधा दर्जन और नाम बढ़ाये जा सकते हैं। पुलिस ने कुछ लोगों को ‘‘माइनेज’’ हो जाने के बाद छोड़ भी दिया है।
धमौला एवं खेतहारा के लोगों का कहना है कि पुलिस ने एक राहगीर इरशाद को मौके पर पड़े आलूदे को समीटवाने के लिये बुलाकर ले गयी और उससे बरामद मांस आदि गडवाने के बाद उसे भी हिरासत में ले लिया और मुख्य आरोपी उसी को बना दिया जबकि इस अवैध कार्य को करने वाले नगर व धमौला के कई आरोपी साफ बच निकले। धमौला के ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस इस प्रकार के कृत्यों में बेगुनाहों का उत्पीड़न करती है इस कारण उसे जन सहयोग नहीं मिलता है। अगर बेगुनाहों का उत्पीड़न न हो तो इस कृत्य का नब्बे प्रतिशत जनता विरोध करती है वो इस कृत्य को करने वाले लोगों की सूचना पुलिस को देकर पकड़वा सकती है जो पुलिस नहीं चाहती।