संदीप शुक्ला, ब्यूरो चीफ, ग्वालियर (मप्र), NIT:
सेवढा अनुभाग में इन दिनों रेत माफिया अपनी पहुंच का बेजा फायदा उठाकर खदान संचालित करने में सारे नियमों को ताक पर रख कर काम कर रहे हैं, न तो उन्हें वन विभाग से वन की जमीन का उपयोग करने की हरी झंडी की जरूरत और न ही उन्हें खनिज विभाग की परमिशन की जरूरत है। अपने राजनेताओं की सिफारिश का फायदा उठाकर रेत माफिया रेत के अवैध करोबार करने में जुट जाते हैं ठीक इसी प्रकार का मामला जब सामने आया तो ग्वालियर निवासी विनोद सिंह चौहान ने मरसेनी खदान की शिकायत ग्वालियर समेत दतिया जिले के अधिकारियों से की। उक्त रेत खदान संचालक वन विभाग की जमीन में रास्ता बनाकर वन विभाग की जमीन को खुर्दवुर्द कर दिया साथ ही सिंध नदी के बीचों बीच पुल बनाकर रेत खदान से वाहन को परिवहन करने के लिए रास्ता भी बना लिया। जब इसकी शिकायत एसडीएम सेवढा राकेश सिंह परमार के समक्ष आई तो रेत माफियाओं के खिलाफ दतिया जिले की सबसे बड़ी कार्यवाही करते हुए गुरुवार की दोपहर अपने दल बल के साथ जा पहुंचे और मरसेनी घाट पर रेत माफियाओं द्वारा बने पुल को जेसीबी की सहायता से तोड़ दिया साथ ही बसई मालिक घाट पर रेत माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही करते हुए खंती खुदवा दी। दूसरे दिन खनिज विभाग गवालियर के वरिष्ठ अधिकारियों का दल दतिया खनिज टीम के साथ मरसेनी घाट पर जा पहुंचा और उक्त कार्यवाही का प्रतिवेदन तैयार कर कमिश्नर के समक्ष पेश किया गया। इस टीम माइनिंग स्कोर्ट प्रदीप भूरिया, दतिया जिला खनिज अधिकारी प्रदीप तिवारी, थाना प्रभारी अत्रेता परमानंद शर्मा अपने दल बल के साथ मौजूद रहे। इस कार्यवाही से रेत माफियाओं के एक बार फिर बुलन्द हौसलों को पस्त होते आमजन जनता देखा।
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