अंकित तिवारी, नई दिल्ली, NIT:
नेशनल स्टूडेंट युनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) के द्वारा आयोजित छात्र अधिकारी रैली में देशभर के तमाम कोने से हजारों की संख्या में आए छात्र और छात्राओं ने मोदी सरकार के विरुद्ध अपनी आवाज़ बुलंद की।
एनएसयूआई की छात्र अधिकारी रैली मंडी से शुरू होकर संसद मार्ग पर समाप्त हुई। मंडी हाउस पर देशभर के तमाम कोनो से आए छात्रों ने मोदी सरकार के विरुद्ध चाय बेचकर, पकोड़े तलकर, पापड़ बेचकर अपना विरोध दर्ज कराया।
संसद मार्ग पर इस रैली को एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नीरज कुंदन समेत सभी प्रदेश के अध्यक्षों ने संबोधित किया तथा आईसीसी के सचिव व गुजरात के प्रभारी राजीव सातव ने अपने सबोधन में गुजरात में सरकारी भर्ती में अनियमितताओं व पेपर लीक के मुद्दे को उठाते हुए मोदी व रुपाणी सरकार को छात्र व युवा विरोधी बताया।इस क्रम में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने शिक्षा के निजीकरण व नई शिक्षा नीति को निदंनीय बताया।
एनएसयूआई ने इस रैली के ज़रिये शिक्षा का निजीकरण, बेरोजगारी की समस्या, विश्वविद्यालयों मे लगातार फीस वृद्धि समेत तमाम छात्र व युवाओं के मुद्दे को उठाया।
संसद मार्ग से जब यह रैली आगे बढ़ी तो पुलिस ने एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं को रोकने की कोशिश की तथा निर्दोष छात्रों पर लाठी चार्ज किया।
पुलिस द्वारा बर्बरता पूर्ण लाठी चार्ज में एनएसयूआई को राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन जी को बहुत बुरी तरह से पीटा गया जिसमें नीरज जी को काफी गंभीर चोटें आयी हैं। पुलिस द्वारा निहत्थे छात्रों को घेरकर बेरहमी से पीटा तथा छात्रों को बस में भरकर भी उनपर बर्बरतापूर्ण लाठी बरसाई। लाठी चार्ज में एनएसयूआई के 20-25 छात्रों को काफी चोटें आयी हैं। घायल छात्रों को आरएमएल हॉस्पिटल मे भर्ती करवाया गया है और एनएसयूआई के सैकड़ों छात्रों को पार्लियामेंट स्ट्रीट थाना, मंदिर मार्ग समेत अलग-अलग थानों में रखा गया है।
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