यूसुफ खान, ब्यूरो चीफ, धौलपुर (राजस्थान), NIT:
धौलपुर जिले में लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं का बड़ी भयानक तस्वीर निकल कर आई है, यातायात नियमों की अनदेखी के कारण जिले में आये दिन सड़क दुर्घटनाओं में लोग मौत का शिकार हो रहे हैं। पुलिस अधीक्षक श्री मृदुल कच्छावा आईपीएस ने धौलपुर में लगातार सड़क हादसों में जान खोने वाले व्यक्तियों के प्रति चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा है कि जिले में लगातार दुर्घटनाओं ने लोगों को हिला कर रख दिया है। वाहन चालकों की यातायात नियमों की अनदेखी और वाहन चलाते समय बरती जाने वाली लापरवाही ही दुर्घटनाओं का सबसे बड़ा कारण है। पुलिस की सख्ती व चेतावनी के बाद भी यातायात नियमों का पालन करने में भी लोग अनदेखी करते हैं इसी का नतीजा है कि धौलपुर जिले में पिछले साल की तुलना में इस साल नवम्बर माह तक ही 20% अधिक व्यक्तियों ने सड़क दुर्घटनाओं में अपना अनमोल जीवन खोया है। पुलिस अधीक्षक श्री मृदुल कच्छावा ने बताया है कि धौलपुर जिले में इस वर्ष 1 जनवरी 2019 से 30 नवम्बर तक 217 व्यक्तिओं को सड़क दुर्घटनाओं में असमय ही अपने जीवन से हाथ धोना पड़ा है जबकि विगत वर्ष 2018 में कुल 174 व्यक्तियों की जान सड़क दुर्घटनाओं में गई थी। इस प्रकार इस साल जनवरी से नवम्बर तक मात्र ग्यारह माह में ही धौलपुर जिले में सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या में लगभग 20% की बढ़ोत्तरी हुई है जो बेहद चिन्ताजनक है। पुलिस अधीक्षक ने बताया है कि सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम एवं यातायात नियमों के पालन के लिए जिला पुलिस तो अपनी जिम्मेदारी का समुचित निर्वहन कर रही है लेकिन सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए आम जन को भी जागरुक व संकल्पित होना होगा। आम जन को अपने जीवन के महत्व को समझते हुए वाहन चलाते समय यातायात नियमों की पूर्ण पालना के लिए कटिबद्ध होने की आवश्यकता है। पुलिस अधीक्षक श्री मृदुल कच्छावा ने कहा कि सडक़ दुर्घटना का सबसे मुख्य कारण तेज गति से वाहन चलाना है। विश्व में तेज गति की वजह से 48 प्रतिशत सडक़ दुर्घटनाएं होती हैं। तेज गति से वाहन चलाने पर प्रतिक्रिया के लिए कम समय मिलता है, वाहन को रोकने की दूरी एवं समय बढ़ जाता है तथा इससे दुर्घटना होने पर गम्भीर चोट लगने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। इसके अतिरिक्त नशे में वाहन चलाना, बिना हेल्मेट वाहन चलाना, गलत ढंग से ओवरटेकिंग, गलत लेन में वाहन चलाना, बार-बार लेन बदलना, गलत तरीके से वाहन को ओवरटेक करना सडक़ दुर्घटनाओं के दूसरे प्रमुख कारण हैं। आम जन को सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए पुलिस के साथ-साथ अपनी जन भागीदारी भी निभानी होगी।
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