अब्दुल वाहिद काकर, ब्यूरो चीफ, धुले (महाराष्ट्र), NIT:
नंदुरबार एंटी करप्शन ब्यूरो ने महाराष्ट्र बिजली आपूर्ति विभाग के दो कर्मियों को 18 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए बुधवार को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। ग्राहक से बिजली बिल कम कराने के एवज में यह रिश्वत मांगी गई थी। सामान्य आम आदमी को खान्देश में फिलहाल राहत मिलती नजर नहीं आ रही है, एक के बाद एक रिश्वतखोर अधिकारी एंटी करप्शन ब्यूरो के हत्थे चढ़ रहे हैं। बुधवार को धुले एंटी करप्शन ब्यूरो ने नगर निगम के एक बाबू को रिश्वतखोरी के मामले में गिरफ्तार किया है। वहीं आम आदमी से रिश्वत मांगने के आरोप में नंदुरबार एंटी करप्शन ब्यूरो ने बिजली विभाग के दो व्यक्तियों को हिरासत में लिया है।
एंटी करप्शन ब्यूरो नंदुरबार के पुलिस उप अधीक्षक शिरीष जाधव ने बताया है कि नंदुरबार शहर निवासी शिकायतकर्ता के आवास का बिजली आपूर्ति के मीटर में खराबी का कारण बता कर बिजली विभाग के वायरमैन धनंजय भिका कानडे तथा सहायक लेखापाल जितेंद्र गुलाब ठाकूर ने शिकायतकर्ता को 10 महीने का बिजली बिल एक लाख 25 हजार रुपये बताया जिसमें शिकायतकर्ता से मामला बीस हजार रुपये में तय किया मगर शिकायतकर्ता की इच्छा रिश्वत देने की नहीं होने के कारण उसने एंटी करप्शन ब्यूरो में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस उप अधीक्षक जाधव ने मामले की जांच पड़ताल कर नोटों पर निशान लगाकर शिकायतकर्ता को दिए जिसमें रिश्वतखोर वायरमैन लेखापाल ने मामले को 18 हजार रुपये में तय किया। एंटी करप्शन ब्यूरो ने जाल बिछाकर शिकायतकर्ता की दुकान के पास बिजली कर्मियों को रिश्वत के पैसे लेने बुलाया जिस में धनंजय कानडे वायरमैन ने गवाहों के समक्ष 18 हजार रुपये की रिश्वत स्वीकारते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया वही पर उसके सहयोगी रिश्वतखोर सहायक लेखापाल जितेंद्र गुलाब ठाकूर को कार्यालय से गिरफ्तार किया।
इस दबीश को सफलतापूर्वक शिरिष जाधव, पोलीस उप अधिक्षक के निर्देशन में पोलीस निरीक्षक जयपाल अहिरराव,पोलीस निरीक्षक प्रकाश अहिरे. हवलदार उत्तम महाजन , संजय गुमाणे,पुलिस नायक दीपक चित्त, संदीप नावडेकर, अमोल मराठे, मनोज अहिरे, मनोहर बोरसे, ज्योती पाटील आदि ने धर दबोचा।
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