त्रिवेंद्र जाट, देवरी/सागर (मप्र), NIT:
देवरी क्षेत्र में आने वाली ग्राम पंचायत झिरिया जो कि हमेशा चर्चा में बनी रहती है। बताया जाता है कि पहले पंचायत में सचिव सरपंच ने एक आंगनवाड़ी भवन व दो सामुदायिक भवनों की करीब 17 लाख की राशि में हेरफेर किया था जिसमें केसली सीईओ ने किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की है और पूरा मामला जांच कराने के नाम पर टाल दिया गया था। जब पूरा गबन का मामला उजागर हुआ तो निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया। बताया जाता है कि गबन की गई पांच लाख की विधायक निधि राशि द्वारा सामुदायिक भवन बनाया जा रहा है और शुरु से ही निर्माण गुणवत्ताहीन हो रहा है।
बीम मात्र दो फीट खोद कर पिलर भरे जा रहे व कम सीमेन्ट का उपयोग किया जा रहा है। साथ ही निर्माण कार्य में नाबालिग बच्चे से काम कराया जा रहा है। पंचायत में अभी भी आंगनवाड़ी भवन गायब है। ग्राम चंद्रपुरा का सामुदायिक भवन भी करीब तीन साल से अधूरा पड़ा हुआ है जबकि राशि पूरी निकल चुकी है। ग्राम चन्द्रपुरा व ग्राम अधारपुर में सचिव द्वारा कुटी की राशि हितग्राही के खाते से निकलवाकर ठेका लिया गया था मगर हितग्राहियों की पूरी राशि लेकर खा ली गई और कुटी नहीं बनायी गई। यहां पूरी पंचायत भ्रष्ट्राचार की भेंट चढती नजर आ रही है और केसली सीईओ का मौन धारण किये रहना शंका पैदा कर रहा है। लोगों का कहना है कि सीईओ द्वारा कार्यवाही न करने में उनका निजी स्वार्थ तो नहीं छिपा है???
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