बंसीलाल भामरे, ब्यूरो चीफ, नंदुरबार (महाराष्ट्र), NIT:
नंदूरबार का समावेश आकांक्षी जिला कार्यक्रम के अंतर्गत किया गया है, इस कार्यक्रम के तहत एचपीसीएल और जिला प्रशासन के बीच एक समझौता हुआ है, इसके माध्यम से जिले में आदिवासी विकास विभाग द्वारा संचालित 131 आश्रमशालाओं को डिजिटल कर उन्हें उन्नतिशील बनाया जाएगा साथ ही अक्कलकुआं स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय के विद्यार्थियों को और बेहतर सुविधाएं मुहैया करायी जाएगी। इस बाबत जिला सूचना कार्यालय द्वारा विज्ञप्ति जारी कर जानकारी दी गई है।
एचपीसीएल जिले के विकास के हेतु सीएसआर अंतर्गत 2 करोड़ 27 लाख 71 हजार रूपए की राशि उपलब्ध कराएगा जिसमें 131 आश्रम शालाओं में डिजिटल क्लासरूम बनाए जाएंगे और वहां इन्ट्रॅक्टीव बोर्ड और प्रोजेक्टर लगाएं जाएंगे। इसमें अक्कलकुआं तहसील की 28 , धडगांव 27, तलोदा 11, शहादा 18, नवापुर 27 और नंदूरबार तहसील की 20 शालाओं का समावेश है। उन्नत तकनीकी सुविधाओं से छात्रों को प्रभावी रूपसे शिक्षा ग्रहण करने में मदद मिलेगी। साथ ही एचपीसीएल अक्कलकुआं स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय को 18 लाख 11 हजार रु. की राशि देगा, जिसमें विद्यालय को 6 सोलर वॉटर हिटर सिस्टिम, 1 हॉयस्पीड प्रिंन्टर, 4 इन्ट्रॅक्टीव्ह बोर्ड व प्रोजेक्टर, 1 फोटो कॉपी मशिन और 5 कम्प्यूटर उपलब्ध कराए जाएंगे। इसे लेकर जिलाधिकारी डाॅ.राजेन्द्र भारूड एवं एचपीसीएल क्षेत्रीय मुख्य प्रबंधक जांभुलकर की प्रमुख उपस्थिति में समझौता हुआ है। डाॅ.भारूड स्वयं नवोदय विद्यालय के पूर्व छात्र होने से उन्होंने विद्यालय में और अच्छी सुविधाएं मिले इसके लिए विशेष ध्यान रखा है। जिले में आदिवासी क्षेत्र के विद्यार्थियों को बेहतर शैक्षणिक सुविधाएं एवं साधन उपलब्ध कराकर वहां शैक्षणिक उन्नति के लिए अनुकूल माहौल बनाना प्रशासन का प्रयास है और यह समझौता उसी का हिस्सा होने की बात जिलाधिकारी महोदय ने कही है। उन्होंने एचपीसीएल का आभार व्यक्त किया है। इस मौके पर पिरामल फाऊंडेशन के प्रोग्राम मैनेजर किशोर घरत, एरिया मैनेजर अमीत राणे, चीफ मिनिस्टर फेलो शुभम सोनार उपस्थित थे।
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