अतीश दीपंकर, ब्यूरो चीफ, पटना (बिहार) , NIT:
कंकड़बाग स्थित साई मंदिर में प्रख्यात श्रद्धा सबूरी ट्रस्ट नई दिल्ली के अध्यक्ष पंकज शर्मा एवं श्रद्धा सबूरी पत्रिका की मुख्य सम्पादक श्रीमती रूबी शर्मा का स्वागत साई भक्तों ने किया। शर्मा युगल को बाबा के आशीर्वाद के प्रतीक के रूप में बाबा के वस्त्र से उन्हें सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने शर्मा युगल को साई बाबा के दर्शन एवं उनके विचारों को सम्पूर्ण राष्ट्र में पहुँचाने की दिशा में उनके योगदान के लिए सराहना करते हुए कहा कि सांईंबाबा के बारे में कहा जाता है कि यदि उनके प्रति आप भक्ति की भावना से भरकर उनकी समाधि पर माथा टेकेंगे तो आपकी किसी भी प्रकार की समस्या हो, तो ,उसका तुरंत ही समाधान होगा। जब सांईंबाबा आपकी भक्ति को कबूल कर लेते हैं, तो आपको इस बात की किसी न किसी रूप में सूचना भी दे देते हैं।
श्री प्रसाद ने कहा कि सांईं न हिन्दू हैं और न मुसलमान, वे सिर्फ अपने भक्तों के दुख-दर्द दूर करने वाले बाबा हैं। सांईं बाबा का स्पष्ट संदेश है कि यदि तुम मेरी ओर देखोगे तो मैं तुम्हारी ओर देखूंगा। मेरे भक्त को जीवन में किसी भी प्रकार का कष्ट नहीं होने दूंगा। अपने भक्तों के कष्ट को दूर करना कोई चमत्कार नहीं है, लेकिन उनके भक्त इसे चमत्कार ही मानते हैं। सांईंबाबा ने अपने जीवनकाल में कई ऐसे चमत्कार दिखाए जिससे कुछ लोगों ने उनको राम का अंश जाना तो कुछ ने श्याम का। सांईं के 11 वचनों के अनुसार वे आज भी अपने भक्तों की सेवा के लिए तुरंत ही उपलब्ध हो जाते हैं।
. इस अवसर पर पंकज शर्मा एवं श्रीमती रूबी शर्मा ने अपने संगठन की उपलब्धियों की जानकारी के साथ साथ बाबा की महिमा से जुड़े अनेक संस्मरण भी सुनाए।
इस अवसर पर श्रीमती रागिनी रंजन, शिव कुमार शर्मा,शशीधर झा, अनूप चैधरी, नागेंद्र सिंह, पंडित विवेकानंद शर्मा आदि की उपस्थिति में श्रद्धा सबूरी पत्रिका का लोकार्पण राजीव रंजन ने किया।