राकेश यादव, सागर (मप्र), NIT:
21 अक्टूबर 1959 को लद्दाख के हॉट-स्प्रिंग में चीनी सेना द्वारा भारी संख्या में बल सहित घात लगाकर देश की सीमा की सुरक्षा में तैनात पुलिस बल की टुकड़ी पर हमला किया गया था। इस हमले में देश की सीमा की सुरक्षा हेतु प्रथम पंक्ति में तत्समय तैनात रहे केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के एक छोटे से गश्तीदल के रणबाकुरों द्वारा उक्त हमले में अपने प्राणों की आहूति देते हुये देश की सुरक्षा एवं अखण्डता हेतु सर्वोच्च बलिदान दिया गया। इन्हीं केन्द्रीय रिजर्व पुलिस के रणबाकुरों द्वारा शौर्य के असाधारण कार्य को स्मरण करने हेतु 21 अक्टूबर को प्रतिवर्ष देश भर में सभी पुलिस बल द्वारा पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर उक्त शहीदों के साथ-साथ विगत 01 वर्ष के दौरान देश एवं राज्यों की आंतरिक सुरक्षा कायम करने हेतु कर्तव्य की बेदी पर स्वयं के प्राणों की आहूति देकर शहीद हुये पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों का भी पुण्य स्मरण करते हुये श्रद्धांजली अर्पित की जाती है।
उपरोक्त परिप्रेक्ष्य में, दिनांक 21.10.2019 को आगामी पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जावेगा लेकिन इसके पूर्व कर्तव्य की बेदी पर शहीद हुये पुलिस अधिकारी/कर्मचारियों को श्रद्धांजली के परिप्रेक्ष्य में आज दिनांक 18.10.2019 को प्रातः 10.00 बजे निदेशक जवाहरलाल नेहरू पुलिस अकादमी जी. जनार्दन (भा.पु.से.) एवं पुलिस अधीक्षक सागर अमित सांघी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सागर राजेश व्यास सागर शहर मुख्यालय पर स्थित वृद्धाश्रम पहुंचे, जहाँ वरिष्ठ वृद्ध नागरिकों का कुशलक्षेम जाना एवं उनसे बातचीत कर उनकी समस्याओं से अवगत हुये साथ ही इस अवसर पर वृद्धजनों को फल वितरित किये गये। वृद्धाश्रम के वृद्ध वरिष्ठ नागरिकों द्वारा पुलिस स्मृति (शहीद) दिवस के इतिहास एवं पृष्ठभूमि के बारे में गौर से सुना गया इसके उपरांत वृद्धाश्रम परिसर में उक्त अधिकारीगण द्वारा वृक्षारोपण भी किया गया। इस अवसर पर अन्य अमला उपस्थित रहा।
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