रहीम शेरानी/बृजेश खंडेलवाल, अलीराजपुर (मप्र), NIT:
सयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित 13 सितम्बर विश्व आदिवासी अधिकार दिवस के अवसर पर देश एवं दुनियाभर के आदिवासी समुदाय द्वारा बड़े उर्जा के साथ मनाया गया। इस अवसर पर अलिराजपुर जिले में भी एक कार्यक्रम समाज के कार्यकर्ता द्वारा स्थानीय आजाद भवन में रखा गया।
आदिवासियों को क्या-क्या अधिकार दिये गये है उसकी विस्तृित जानकारी दी गई। अलीराजपुर जिले के अलावा कार्यक्रम मैसुर (कर्नाटका) एवं गांधीनगर (गुजरात ) में भी कार्यक्रम आयोजित किये गये थे। उक्त जगहों पर जिले से प्रतिनिधी मंडल पहुँचा एवं जिले का प्रतिनिधित्व किया।
मैसुर कर्नाटका में आदिवासी समन्वय मंच के तत्वावधान में दो दिवसीय कार्यक्रम दिनांक 12, 13 सितम्बर को आयोजित किया गया था। उक्त कार्यक्रम में देश के तमाम समाजिक संगठनो ने अपनी उपस्थिति दर्ज कर एकता के साथ आगे बढ़ने का निश्चय किया जिसमें मुख्य अतिथि मध्य प्रदेश शासन के केबिनेट मंत्री श्री ओमकारसिंह मरकाम आदिम जाति कल्याण मंत्री मध्यप्रदेश एवं विशेष अतिथि सयुक्त राष्ट्र संघ के उपाध्यक्ष श्री फुलगन चौधरी की अध्यक्षता में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम की शुरूआत 12 सितम्बर को प्रातः 9 बजे से सभी राज्यों से आये आदिवासी नृत्य दल की रंगारंग प्रस्तुति के साथ शहर के प्रमुख मार्गो से रैली निकाली गई।
पश्चात यूनिवर्सिटी कॉलेज हॉल में सभा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत बाबा साहब भीमराव आंबेडकर एवं बिरसा मुंडा को माल्यापर्ण कर विधिवत शुरूआत की गयी।
इस अवसर पर आदिवासी गीत- “नहीं भूलझे हमु, नहीं भूलजे” की मनमोहक प्रस्तुती से किया गया। तत्पश्चात दिल्ली एवं राजस्थान से भंवरलाल परमार एवं अन्य राज्यों से आये विद्वानों द्वारा सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासियों के अधिकारों की हमें अभी यह भी नहीं पता है कि हमारे समाज के लिये क्या-क्या अधिकार दिये हैं। साथ ही कर्नाटका एवं केरल के आदिवासी दलों द्वारा अपनी प्रस्तूती देकर कार्यक्रम को मनमोहक कर दिया।
उक्त कार्यक्रम मे अलीराजपुर जिले की ओर से निम्न समाजजनो ने अलीराजपुर जिले की ओर से नैतृत्व किया
उनमें केरम जमरा, अरविन्द कनेश, सुनिल डुडवे, विक्रम चौहान, रितु लोहार, अन्तर कनेश, जालम चोहान एव योगेन्द्र बारेला आठ सदस्य दल ने 06 राज्यों का भृमण कर कार्यक्रम में जिले का प्रतिनिधित्व किया।
वही गांधीनगर के कार्यक्रम में जिले से नितेश अलावा,
अन्तिम कटारिया, गुड़ु सेमलिया प्रतिनिधित्व के रूप में पहुंच कर जिले का प्रतिनिधित्व किया।