सीएम हेल्प लाइन में शिकायत करना पड़ा महंगा, नगर परिषद अमानगंज ने शिकायतकर्ता पर ही उठाया सवाल | New India Times

संदीप तिवारी, ब्यूरो चीफ, पन्ना (मप्र), NIT:

सीएम हेल्प लाइन में शिकायत करना पड़ा महंगा, नगर परिषद अमानगंज ने शिकायतकर्ता पर ही उठाया सवाल | New India Times

पन्ना जिला के अमानगंज निवासी सत्यम तिवारी ने बताया कि नगर परिषद अमानगंज द्वारा नया बस स्टैंड में पुरानी धर्म शाला को तोड़कर 12 दुकानों का निर्वाण कराया गया लेकिन कुछ समय पश्चात रातो रात एक तेरहवीं दुकान का निर्वाण उसी यात्री प्रतीक्षालय में करा दिया गया जिसके चलते उक्त दुकान आवंटन पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए सत्यम तिवारी द्वारा सीएम हेल्प लाइन में आपत्ति शिकायत दर्ज कराई गई, जिसका शिकायत क्रमांक 2747122 है।

सीएम हेल्प लाइन में शिकायत करना पड़ा महंगा, नगर परिषद अमानगंज ने शिकायतकर्ता पर ही उठाया सवाल | New India Times

शिकायत कर्ता सत्यम तिवारी ने बताया कि 12 दुकानों के पश्चात रातो रात बनी दुकान जो कि राम सखा कोरी के नाम आवंटित कर दी गई राम सखा कौन है कहा है जिसके नाम 13 बीं दुकान आबंटित हुई सीएम हेल्प में मेरे द्वारा की गई उक्त रातो रात बनी दुकान की शिकायत सी एम हेल्प लाइन शिकायत पशचात आज तक राम सखा कोरी सामने नहीं आया। राम सखा कोरी कौन और कहां है, राम सखा कोरी का आधार क्रमांक क्या है? राम सखा कोरी उक्त दुकान की पैरवी करने नही आता जबकि उक्त 13 वीं रातो रात बनी दुकान की पैरवी करने नगर परिषद कर्मचारी अमानगंज मिथिलेश दुवे जी आते हैं और मुझे बार बार परेशान करते है साथ ही मेरे द्वारा की गई सीएम हेल्प लाइनों में शिकायत के प्रति उत्तर विषय से हट कर नगर परिषद द्वारा मनगढ़ंत बातों का जबाव बना कर सीएम हेल्प लाइन को गुमराह किया जा रहा है साथ ही उक्त शिकायत के बाद से बौखला कर नगर परिषद आमानगंज द्वारा प्रतिउत्तर 181 में मेरा चरित्र हनन कर दिया गया। मुझे आवारा किस्म का अभद्र लड़का, लोगों को गाली देना इसकी आदत में शुमार है ऐसा चरित्रिक प्रमाण पत्र देकर मेरे द्वारा की गई शिकायत को सीएम हेल्प लाइन से विलुप्त करने की मांग की जाती है। सच में एमपी अजब है सबसे गजब है। प्रश्नचिन्ह तो लगता है कि पहले विद्यालय या थाना चरित्र प्रमाण पत्र बनाता था अब नगर परिषद अमानगंज। आखिरकार शिकायत करता को सीएम हेल्प लाइन में शिकायत करना भारी पड़ रहा है जबकि दूध का दूध और पानी का पानी होना जरूरी है।

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