Edited by ओवैस सिद्दीकी, नई दिल्ली, NIT:
राजकुमारी डायना की स्मृति में प्रत्येक वर्ष दिया जाने वाला ‘द डायना अवार्ड’ इस वर्ष युवा भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता को दिया गया है, जो भारत व भारतीयों के लिए सौभाग्य की बात है। गौरतलब हो कि ‘द डायना अवार्ड’ इस बार अपनी 20 वीं वर्षगांठ मना रहा है। इस बार जो विशेष हस्ती ‘द डायना अवार्ड’ से सम्मानित हुई है, वो है दिल्ली की 23 वर्षीय तान्या चड्ढा, जिन्होंने अपने दैनिक जीवन में दिन-रात के प्रयासों से ‘लाडली फाउंडेशन’ के ‘सहेली’ प्रकल्प से जुड़कर मानवता के हितों की रक्षा व उनके जीवन को एक सकारात्मक दिशा प्रदान करने में अहम योगदान दिया है। उनके प्रयासों से ही 65 हजार महिलाओं व लड़कियों को घरेलू व सामाजिक शोषण का शिकार होने से बचाया जा सका। तान्या चड्ढा लाडली फाउण्डेशन में चीफ कॉर्डिनेटर के पद पर कार्यरत है।
तान्या चड्डा वह नाम है, जो जमीनी तौर पर कार्य करके युवतियों को नि:शुल्क मेडिकल सहायता प्रदान करती है। उन्हें यौन संबंधी बीमारियों व अपराधिक तत्वों से स्वयं को किस प्रकार बचाया जा सकता है, इस संबंधी जानकारी प्रदान करती है। तान्या को यह अवार्ड उनके सामाजिक क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन करने पर दिया गया है।