संदीप तिवारी, ब्यूरो चीफ, पन्ना (मप्र), NIT:
गुनौर में इन दिनों राजस्व एवं वन विभाग की मिलीभगत के चलते खुलेआम सरकारी जमीनें बेची जा रही हैं जिसके कारण भू माफिया एवं महकमे के जिम्मेदार रातों रात मालामाल हो रहे हैं। जिनके कंधों पर सरकारी जमीन की रखवाली करने का जिम्मा है वही लोग अतिक्रमणकारियों से मिलीभगत करके सरकारी जमीनों को लाखों रुपए में बेचकर दिनदहाड़े खुलेआम मकान बनवा रहे हैं यहां पर भूस्वामी स्वामित्व की जमीन मे मकान बनाने के लिए भले ही डायवर्शन या मकान निर्माण की अनुमति लेने की आवश्यकता पड़ती हो मगर राजस्व एवं वन विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों के चलते यहां पर रोजाना लाखों रुपए का सौदा खुलेआम किए जा जाकर सरकारी जमीन की हेराफेरी किए जा रही है जिसके कारण जनता नाराज है हालात यह हो गए हैं की कटन गुनौर मुख्य मार्ग में एवं ककरहटी पन्ना रोड में आईटीआई के सामने सरस्वती शिशु मंदिर के सामने से लेकर बालाजी सरकार मंदिर तक आराजी नंबर 1013 की 10 एकड़ जमीन को वर्ग फिट में करोड़ों में बेचने वाला राजस्व महकमा मालामाल हो रहा है मजे की बात यह है कि अतिक्रमणकारियों को राजस्व विभाग द्वारा नोटिस बांटकर धन उगाही करने के आरोप लग रहे हैं तभी तो खुलेआम भू माफियाओं ने राजस्व महकमे की नियमावली को ठेंगा दिखाते हुए खुलेआम प्लाट बेचना प्रारंभ कर दिए हैं ।
दबंग भूमाफिया कर चुके हैं पत्रकारों पर हमले
करन गुनौर मुख्य मार्ग की बेशकीमती जमीन जहां कई लाख रूपय में 10 फिट जमीन मिलती है वहीं पर कुछ भू माफियाओं का गिरोह रात और रात मकान बना कर लाखों रुपए में बेच देता है जिसका सरगना दीना चौधरी कुछ अपने घर की औरतों को लेकर रात और रात मकान बनाता है एवं सुबह उसका सौदा करके लाखों रुपए में बेच देता है इस खबर को जब प्रमुखता से अधिकारियों के ध्यानाकर्षण करने के लिए अतिक्रमणकारियों के खिलाफ खबर प्रकाशित की गई तो दबंग भू माफियाओं ने पत्रकारों पर ही हमला कर दिया था एवं राजस्व महकमे को आंख दिखाकर डीरवाने वाले भूमाफिया इतने दबंग है कि प्रशासन प्रशासन पर ही आंख तरेरने लगते हैं जिसके कारण सरकारी जमीन की रखवाली करने वाले जिम्मेदारी चंपत हो जाते हैं ।
उक्त आशय की जानकारी के उपरांत भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के पूर्व मंडल अध्यक्ष राजेंद्र चौबे ने सोशल मीडिया के माध्यम से प्रशासन के ऊपर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए बताया है कि एवं चेतावनी दिया है कि 1 सप्ताह के अंदर अगर कुंभकरणीय की नींद में सोया हुआ राजस्व एवं वन महकमा अपनी धन उगाही नीति से बाहर आकर अतिक्रमण नहीं हटाया तो गुनौर तहसील एवं थाने का घेराव करके गुनौर में विशाल उग्र आंदोलन किया जाएगा जिसकी संपूर्ण जवाबदारी शासन एवं प्रशासन के जिम्मेदारों की होगी इसलिए समय रहते प्रशासन जल्द कड़ी कार्यवाही करें ।