शारिफ अंसारी, ब्यूरो चीफ, थाना (महाराष्ट्र), NIT:
हाथ मे मेंहदी लगाकर शादी के लाल जोड़े में लड़की को दुल्हन बना कर डोली में बैठकर बिदाई करने व उसे दुल्हन बनाकर घर लाने का सपना देखने वाले दो परिवारों का सपना उस समय चकनाचूर हो गया जब शादी से दो दिन पहले दुल्हन की डोली उठाने से पहले उसकी अर्थी उठी।शादी से दो दिन पहले ही दुल्हन की निमोनिया के कारण मौत हो गई। दोनों ही परिवार में शादी की खुशी मातम में बदल गई। दोनों परिवार वाले व उनके रिश्तेदारों का बुरा हाल हो रहा है। उन्हें समझ में नही आ रहा कि अब वे करें तो क्या करें?
मालूम हो कि भिवंडी के राजनौली गांव में रहने वाले उत्तर प्रदेश के भदोही जिले के मिल्की गांव के मूल निवासी कृष्णानंद दुबे की एकलौती बड़ी लड़की कामिनी की शादी नालासोपारा के नीलगंगा अपार्टमेंट में रहने वाले तथा उत्तरप्रदेश के जौनपुर जिले के थानागद्दी के मूल निवासी गोपाल मिश्र के बड़े लड़के अनुराग के साथ तय हुआ था।शादी 29 मई को भिवंडी के कल्याण रोड स्थित मंगलमूर्ति मैरेज ग्राउंड में होने वाला था।दोनों ही पक्षों के मेहमान शादी में शामिल होने के लिए बाहर से भी आ गए थे।दोनों पार्टियां शादी की जोरदार तैयारी में जुटी थे।दूल्हे वाले बारात लाने की तैयारी में लगे थे।जबकि लड़की पक्ष के लोग बारात के स्वागत व अन्य तैयारी में जुटे थे।दोनों पक्षो के घर मंगलगीत भी शुरू हो गया था।कामिनी के मां बाप के मन मे अपने एकलौती बेटी का कन्यादान कर उसे दुल्हन बनाकर बिदाई करने का अरमान जैसे जैसे शादी की तारीख नजदीक आ रही थी हिलोरे मार रहे थे।इसी बीच कामिनी की शादी से छह दिन पहले अचानक तबियत बिगड़ गया।जिसे इलाज के लिए कलवा के छत्रपति शिवाजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।चार दिन के इलाज के बाद वह ठीक होकर घर पर लौट आई थी।लेकिन शादी के दो दिन पहले पुनः अचानक उसका तबियत बिगड़ गया।जिसे तत्काल नजदीकी कल्याण रोड के लाइफ लाइन अस्पताल में भर्ती कराया गया।जहां पर डॉक्टरों द्वारा जबाब दिए जाने के बाद सोमवार की रात 10 बजे इलाज के लिए नायर अस्पताल में भर्ती कराया गया।जहां पर आधे घंटे के उपचार के बाद उसकी मौत हो गई।परिजनों ने बताया कि कामिनी की मौत शादी से दो दिन पहले जिस दिन मटिमगरा होना था उस दिन डबल निमोनिया के कारण हो गया।जिसके बाद शादी के दोनों ही परिवारों में मातम छा गया।जिस लड़की का कन्यादान करने के लिए गांव से लोग आए थे और जो लोग गांव से आकर लड़की को दुल्हन बनाकर अपने घर लेकर जाने वाले थे।सभी का सपना चकना चूर हो गया।खुशी गम में बदल गई।दोनों परिवार में मातम छा गया।शादी से दो दिन पहले दोनों परिवारों व उसके रिश्तेदारों ने दुल्हन का डोली की जगह अर्थी उठाकर श्मशान भूमि में उसका अंतिम संस्कार करना पड़ा।हैरत की बात यह है कि इतना सब कुछ होने व निमोनिया जैसी बीमारी के पैर पसारने के बावजूद जिला स्वास्थ्य विभाग इसे लेकर अनभिज्ञ बना हुआ है।जिसे लेकर क्षेत्र में सनसनी फैल गई है।