राजस्थान के शेखावाटी जनपद में राष्ट्रीय मुद्दे हुए हवा हवाई, उम्मीदवार की काबलियत एवं स्थानीय विकास बना मुद्दा | New India Times

अशफाक कायमखानी, ब्यूरो चीफ, जयपुर (राजस्थान), NIT:

राजस्थान के शेखावाटी जनपद में राष्ट्रीय मुद्दे हुए हवा हवाई, उम्मीदवार की काबलियत एवं स्थानीय विकास बना मुद्दा | New India Times

राजस्थान के शेखावाटी जनपद की सीकर, चूरु व झुंझूनू लोकसभा क्षेत्र के मतदाताओं मे चुनाव से पहले देश भर में चर्चा में आने वाले मुद्दे पूरी तरह हवा हवाई होते नजर आ रहे थे लेकिन अब मुद्दा केवल उम्मीदवारों की राजनीतिक कौशलता व स्थानीय समस्याओं के निराकरण के मुद्दे पर खास चर्चा होता देखा जा रहा है। राफेल, सर्जिकल स्ट्राइक सहित अन्य राष्ट्रीय मुद्दों को छोड़कर जनपद की विभिन्न तरह की समस्याओं को संसद में मजबूती से उठाकर उनके हल के प्रयास करने के अलावा अवारा पशुओं से निजात दिलवाने एवं मीठा पानी पीने के लिये बस्ती बस्ती पहुंचाने के साथ साथ नहर का पानी क्षेत्र में लाने के मुद्दे पर मतदान होना अब तय है।

शेखावाटी जनपद के सीकर लोकसभा क्षेत्र के मतदाताओं से गांव-गांव जाकर बात करने पर स्पष्ट तस्वीर उभर कर आती है कि मतदाता भाजपा उम्मीदवार स्वामी सुमेदानंद व कांग्रेस उम्मीदवार सुभाष महरिया के बीते संसदीय कार्यकाल की उपलब्धि व कमजोरी पर बहस करने के अलावा उनके जनता से सीधे जुड़ाव पर अपना वर्जन देने के साथ मतदान करने की बात करता है। केंद्र में सरकार बनाने की बात करने पर क्षेत्र का मतदाता साफ तौर पर कहता है कि सबसे पहले हमें हमारा पेरोकार ठीक चुनने पर ध्यान देना है। अगर हमारा पेरोकार (सांसद) मजबूत व राजनीतिक तौर पर परिपक्व होगा तो चाहे सरकार किसी भी दल की बने पर लोकसभा क्षेत्र का पक्ष उचित तरिके से संसद व सरकार के सामने रखकर क्षेत्र के विकास व समस्याओं के निराकरण में अहम भागीदारी निभा पायेगा। जब पेरोकार ही कमजोर चुन लेंगे तो क्या खाक विकास होगा।
झूंझुनू लोकसभा से भाजपा उम्मीदवार नरेन्द्र खिचड़ मौजूदा भाजपा विधायक है तो कांग्रेस उम्मीदवार श्रवण चौधरी कांग्रेस से पहले पांच दफा विधायक रह चुके हैं जबकि चूरु से भाजपा उम्मीदवार राहुल कस्वां वर्तमान सांसद हैं। वहीं कांग्रेस उम्मीदवार रफीक मण्डेलिया इससे पहले 2009 में भी लोकसभा उम्मीदवार रह चुके हैं।
शेखावाटी जनपद के किसान वर्ग के युवाओं में एक खास चर्चा घर कर रही है, वो कहते हैं कि हमें अच्छी तरह मालुम है कि अगर सीकर-झूंझुनू से अबके कांग्रैस का किसान वर्ग का उम्मीदवार हार जाता है तो अगली दफा इन क्षेत्रो से भी गैर किसान कांग्रैस उम्मीदवार बनना तय है। तो ऐसी राजनीतिक परिस्थितियों को वो भलिभांति समक्षते हुये निर्णय लेने की बात दोहराते है।
जनपद के किसान मतदाता फसल का समर्थन मूल्य नही मिलने व आवावा पशुओ की समस्याओं से खासे परेशान दिखे। पानी के गिरते जल स्तर की चिंता से चिंतित किसान नहर का पानी शेखावाटी मे लाने की मांग दोहराते है। सीकर मे सरकारी स्तर पर स्वीकृत मेडिकल कालेज के बजाय पीपी मोड पर मेडिकल कालेज बनने की चाल को भी सीकर के मतदाताओं के साथ दोखा बताया जा रहा है।
शेखावाटी जनपद के जागरूक मतदाताओं की खासियत हमेशा से रही है कि लोकतंत्र की मजबूती के लिये वो जब भी मतदान करने जाता है, उससे पहले सांसद व सरकार के पांच साल के कार्यों का ठीक ठीक आंकलन करके जाता है। आगामी छ मई को शेखावाटी की लोकसभा सीटो पर होने वाले मतदान के मौके से पहले मतदाता इस तरह का आंकलन साफ करता नजर आ रहा है। इसी आंकलन के आधार पर शेखावाटी के तेज तर्रार मतदाता अगले पांच साल के लिये अपने जनप्रतिनिधि को जीतने या जीतने से रोकने के अलावा सत्ता के अंदर या बाहर करने का फैसला करता है। जीस तरह अध्यापक अपने स्टुडेंट्स के साल भर की शैक्षणिक स्थिति का आंकलन करके उसका परिणाम सूनाते है। उसी तरह शेखावाटी का मतदाता भी एक दो दफा को छोड़कर बाकी अधीकांश चुनावो पिछले पांच साल का संसदीय कार्यकाल व सरकार के कामो का आंकलन करने के साथ साथ बीना किसी हवा मे बहे केवल मात्र अपने राजनीतिक विवेक के मुताबिक मतदान करके परिणाम सूनाता रहा है।
कुल मिलाकर यह है कि शेखावाटी जनपद मे उम्मीदवार घोषणा के साथ ही चुनाव प्रचार शूरु होने के बाद नामजदगी के पर्चे दाखिल होने का समय समाप्त होने के साथ ही चुनावी चर्चा व प्रचार जोर पकड़ने लगा है। मतदाताओ को टटोलने पर साफ नजर आता है कि यहां राष्ट्रीय मुद्दे हवा हवाई हो चुके है। उम्मीदवार की राजनीतिक कार्यकुशलता व आम मतदाताओं से सीधे जुड़ाव के अलावा स्थानीय मुद्दे पूरी तरह हावी होते नजर आ रहे है।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts to your email.

By nit

This website uses cookies. By continuing to use this site, you accept our use of cookies. 

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading