पियूष मिश्रा, ब्यूरो चीफ सिवनी (मप्र), NIT:
घंसौर नगर के खेरमाई में गोंडी कोयापुनेम महापुराण के आयोजन को लेकर शुरू हुए विरोध के बाद खैरमाई में 5 फरवरी को कलश यात्रा से महापुराण का आयोजन प्रारंभ किया गया। सैकड़ों की संख्या में घंसौर सहित आसपास के ग्रामों से पहुंची महिलाओं ने सिर पर कलश रखकर कतारबध्द रूप से यात्रा शुरू की, घोड़े और बग्घी के साथ धार्मिक ध्वजवाहक आगे आगे चल रहे थे उनके पीछे भक्ति भाव से ओतप्रोत महिला एवं पुरुष भक्ति में लीन नजर आए।
कलश यात्रा में गोंडी धर्मचार्य रामभरोस सरेआम के साथ पंडों की टोली ने मार्ग में आने वाले सभी देव मठों में पूजन किया। खेरमाई से प्रारंभ हुई यात्रा पुलिस थाना के सामने से होते हुए रेलवे ब्रिज से शारदा मंदिर रोड, नवयुवक मंडल होते हुए वापस खेरमाई पहुंची, जहां पुराण ग्रंथ का पूजन आरंभ किया गया तदुपरांत धर्माचार्य के प्रवचन शुरू हुए 5 फरवरी दिन मंगलवार से प्रारंभ हुआ कार्यक्रम 12 फरवरी को हवन पूजन भंडारा के साथ ही समाप्त होगा।
वहीं आयोजन से पहले महापुराण को लेकर घंसौर के कुछ लोगों द्वारा आपत्ति दर्ज कराया गया था। आरोप लगाया गया था कि उक्त कार्यक्रम राजनैतिक पार्टी द्वारा किया जा रहा है विवाद बढ़ा तो मामले में प्रशासन ने हस्तक्षेप करते हुए आयोजकों और आपत्तिकर्ताओं को बुलाया जहां एसडीएम सुश्री रजनी वर्मा, एसडीओपी सुश्री श्रद्धा सोनकर और टीआई संजय भलावी ने मामले की वास्तविकता को जानने का प्रयास किया तथा विधिवत रूप से अनुमति लेकर कार्यक्रम के आयोजन की समझाइश दी, साथ ही शांतिपूर्ण वातावरण में धार्मिक आयोजन करने के निर्देश मौखिक रूप से दिए।
महापुराण को लेकर प्रवक्ता के रूप में सामने आए कुंवर शक्ति सिंह ने मीडिया से बातचीत में बताया है कि जिन लोगों द्वारा आयोजन को राजनैतिक बताकर आपत्ति प्रस्तुत की जा रही है वह पूर्णतया निराधार है आयोजन में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का नाम लिया जा रहा है जबकि इसमें किसी पार्टी विशेष का कोई हस्तक्षेप नहीं है विभिन्न दलों में शामिल लोग इस आयोजन में भाग ले रहे हैं तथा किसी पार्टी विशेष से सरोकार नहीं रखने वाले लोग भी इस आयोजन में शामिल हैं खेरमाई में हिंदू धर्म से जुड़ी सभी जातियों के लोगों को पूजन अर्चन करने का अधिकार है ऐसे में किसी तरह की आपत्ति उचित नहीं है। कलश यात्रा में प्रशासन पूरी तरह चौकस नजर आया एसडीएम और एसडीओपी के निर्देश पर तहसीलदार और टीआई ने मौके पर पहुंचकर व्यवस्थाएं देखीं।
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