रहीम हिंदुस्तानी, ब्यूरो चीफ झाबुआ (मप्र), NIT:
झाबुआ जिले के मेघनगर गेस्ट हाउस में बाल विवाह रोकथाम हेतु मेघनगर के पत्रकार व यूनिसेफ के तत्वाधान में बाल विवाह रोक अभियान पर कार्यशाला संपन्न हुई। सरकार और अमुक अमुक तरह के एनजीओ अपने अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैं लेकिन इसका व्यापक प्रचार- प्रसार और जिस तेज गति से बाल विवाह बढ़ रहा है उसे रोकने के लिए मेघनगर के मीडिया साथियों एवं यूनिसेफ संस्था द्वारा शासकीय विश्राम गृह में बाल विवाह रोकथाम को लेकर एक कार्यशाला आयोजित की जिसमें नगर के पत्रकार जनप्रतिनिधि, रोटरी क्लब समाजसेवी एवं 18 वर्ष से कम उम्र की बालिकाओं की एक कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में थांदला विधानसभा के लोकप्रिय विधायक वीर सिंग भूरिया, अभिभाषक संघ के अध्यक्ष जनाब हाजी सलीम शेरानी, पत्रकार संघ, तहसील पत्रकार संघ, रोटरी क्लब अपना के सरक्षक भरत मिस्त्री,समाजसेवी श्री विनोद बाफना, रामदल अखाड़ा के अध्यक्ष श्री पुरुषोत्तम प्रजापत ,जनपद अध्यक्ष श्रीमती सुशीला भाभर, भाजपा महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष श्रीमती आरती भानपुरिया, यूनिसेफ सस्था के सौरभ पोरवाल, जिमी निर्मल आदि ने शिरकत की सर्वप्रथम मां सरस्वती की वंदना शासकीय छात्रावास की बालिकाओं ने प्रस्तुत की तत्पश्चात बाल विवाह रोकथाम की कार्यशाला की शुरुआत की गई । जिसमें सर्वप्रथम रोटरी क्लब अपना के संरक्षक भरत मिस्त्री ने कार्यशाला में बताया कि बाल विवाह रोकथाम के लिए हम सबको मिलकर आगे आना होगा समाजसेवी विनोद बाफना ने प्रेरणादायक बाल विवाह रोकथाम का गीत अभिव्यक्ति कर सभी को संकल्पित किया एवं अच्छी पढ़ाई कर आगे बढ़ने की बात उपस्थित बालिकाओं को बताई, भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष ने भी उच्च शिक्षा ग्रहण कर बाल विवाह रोकथाम में पहल करने की बात कही ,जनपद अध्यक्ष श्रीमती सुशीला भाभार ने कहा कि यदि कोई बच्ची अपने आप को असुरक्षित महसूस करती है तो मुझे सूचना करें एवं उन्होंने निर्भया एवं कई सरकारी नंबरों की भी बात कही । रामदल अखाड़ा के अध्यक्ष पुरुषोत्तम प्रजापत ने कहा कि बाल विवाह दहेज दफा को खत्म करने के लिए हम लंबे समय से प्रयासरत हैं और इसको ख़त्म करने के प्रयास आगे भी करते रहेंगे। इस अवसर पर विधि कानून के ज्ञाता एवं अभिभाषक संघ के अध्यक्ष सलीम शेरानी ने कानून से संबंधित कई धाराओं का उल्लेख बाल विवाह रोकथाम के संबंध बताया।
अगले उद्बोधन में मुख्य अतिथि के रूप में पधारे लोकप्रिय विधायक वीर सिंग भूरिया ने सभी बालिकाओं को अच्छी शिक्षा ग्रहण कर बाल विवाह ना करने के लिए कई बातें बताकर एक प्रेरणादायक कहानी भी सुनाई । यूनिसेफ से सौरभ पोरवाल एवं जिमी निर्मल ने भी सभी बालिकाओं को उत्साहवर्धन हेतु अधिक पढ़ाई करने की उच्च शिक्षा ग्रहण करने की बात कही वहीं उन्होंने बताया कि बाल विवाह केवल भारत मैं ही नहीं अपितु सम्पूर्ण विश्व में होते आएं हैं और समूचे विश्व में भारत का बालविवाह में दूसरा स्थान हैं। सम्पूर्ण भारत मैं विश्व के 40% बालविवाह होते हैं और समूचे भारत में 49% लड़कियों का विवाह 18 वर्ष की आयु से पूर्व ही हो जाता हैं। भारत में, बाल विवाह केरल राज्य, जो सबसे अधिक साक्षरता वाला राज्य है, में अब भी प्रचलन में है। यूनिसेफ (संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय बाल आपात निधि) की रिपोर्ट के अनुसार, भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में नगरीय क्षेत्रों से अधिक बाल विवाह होते है। आँकड़ो के अनुसार, बिहार में सबसे अधिक 68% बाल विवाह की घटनाएं होती है जबकि हिमाचल प्रदेश में सबसे कम 9% बाल विवाह होते है।
यह सोच कर बड़ा अजीब लगता हैं कि वह भारत जो अपने आप में एक महाशक्ति के रूप में उभर रहा हैं उसमें आज भी एक ऐसी कुरीति जिन्दा हैं। एक ऐसी कुरीति जिसमें दो अपरिपक्व लोगो को जो आपस में बिलकुल अनजान हैं उन्हें जबरन ज़िन्दगी भर साथ रहने के एक बंधन में बांध दिया जाता हैं बिलकुल खराब हो जाती हैं। कार्यशाला में श्री पोरवाल ने क ई आंकड़ों के ऊपर विस्तृत रूप से बाल विवाह रोकथाम के संदर्भ में बताया सभी उपस्थित अतिथि एवं बालिकाओं को बाल विवाह रोकथाम हेतु संकल्प भारतीय पत्रकार संघ के प्रदेश संयोजक हाजी जनाब सलीम शेरानी ने शपथ दिलाई। सफल संचालन युवा पत्रकार नीलेश भानपुरिया ने किया व आभार युवा पत्रकार भूपेंद्र बरमडलिया ने माना।