इम्तियाज़ चिश्ती, ब्यूरो चीफ दमोह (मप्र), NIT:
दमोह पुलिस एक्शन मूड में हो तो अपराधियों में हड़कंप मचना लाजमी है, फिर चाहे चोरी छोटी हो या बड़ी दमोह पुलिस से बचना नामुमकिन ऐसा हो जाता है। बीते दिनों चोरों द्वारा चोरी किये गए मोबाइलों को दमोह साइबर सेल ने जहां खोज निकाला वहीं बीते दिनों एक मकान में हुई बड़ी चोरी की घटना में पाँच लाख के जेवर और नगदी चोरी हो गए थे वापस मिलने पर मकान मालिक ने 21 हजार रुपये से पुलिसकर्मियों का सम्मान किया, वहीं मोबाइल वापस पाकर मोबाइल धारकों के चेहरे खिल उठे।
मामला है दमोह पुलिस कंट्रोल रूम का जहाँ दमोह एसपी विवेक अग्रवाल द्वारा उन मोबाइल धारकों को बुलाया गया जिनके मोबाइल कहीं गुम हो गए या फिर चोरी हो गए थे। इन सबसे दमोह पुलिस ने खुद सम्पर्क कर बुलाया। पुलिस कंट्रोल रूम के सभा के कक्ष में और सभी के मोबाइल वापस किये गए। इसी बीच तेन्दूखेड़ा महाविद्यालय के प्राचार्य पुलिस कर्मियों का सम्मान बढ़ाने पहुंचे थे। अगर मोबाइल पाने वालों की बात करें तो इनमें व्यापारी से लेकर क्या वकील क्या पुलिस कर्मी सबके मोबाइलों पर चोरों ने हाथ साफ किये थे लेकिन दमोह पुलिस साइबर सेल की मदद से सबके मोबाइल खोज लिए गए, जिन्हें वितरित किया खुद दमोह पुलिस कप्तान विवेक अग्रवाल ने और सभी को मोबाइल पुनः वापस मिलने पर सभी को बधाई देते हुए समझाइश दी कि अपना मोबाइल संभालकर रखें। ये सभी मोबाइल तब वापस किये गए जब पुलिस अधीक्षक विवेक अग्रवाल के द्वारा जिले के अनुविभागीय पुलिस अधिकारी और समस्त थाना प्रभारियों की अपराध समीक्षा की बैठक ली जा रही थी। जिसमें एडिशनल एसपी, वैज्ञानिक अधिकारी, एफ एस एल प्रभारी किरण सिंह सहित समस्त थाना प्रभारियों की मौजूदगी में सभी मोबाइल आवेदकों को एसपी ने बुलाकर मोबाइल वापस किये । इन लोगों में सभी वर्ग के लोग शामिल थे व्यापारी, अधिकारी, वकील तो पुलिसकर्मी भी मोबाइल लेने वालों में शामिल थे। अपना महंगा मोबाइल वापस पाकर सभी खुश नज़र आये और मोबाइल मिलने की उम्मीद खो बैठे लोगों को जब मोबाइल मिले तो कुछ के तो खुशी के आँसू निकल आये तो कुछ लोग ऐसे भी आये जो अक्सर मोबाइलों पर ठगी के शिकार हो जाते है और पल भर में उनके अकाउंट से पैसा साफ हो जाते है ऐसे जटिल मामले में भी दमोह पुलिस को कामयाबी मिली जो शायद मध्यप्रदेश प्रदेश में पहला जिला है जिसमे लोगों के अकाउंट के पैसे भी वापस मिल गए हो। इसके अलावा दमोह जिले के अलग अलग थानों में मोबाइल चोरी और अन्य बड़ी चोरी की शिकायत आते ही साइबर सेल सक्रीय हो जाता फिर एस पी के आदेश के बाद पुलिस का साइबर सेल ऐसी चोरी की घटनाओं के तथ्य जुटाने में लग जाता जिसमें उसे कामयाबी भी मिल जाती है । ऐसी ही सफलता पुलिस को तब मिली जब बीते दिनों हुई दमोह जिले के तेन्दूखेड़ा महाविद्यालय के प्राचार्य के सिटी कोतवाली अंर्तगत मकान में करीब पाँच लाख की चोरी हुई थी जिसे साइबर सेल ने खोज निकाला था बाद में सारा सामान मोबाइल, कैमरा, घर के जेवरात ,नगदी सब कुछ दमोह एस पी विवेक अग्रवाल के दिशा निर्देश में साइबर सेल के होनहार पुलिस कर्मी राकेश अठया और पुलिसकर्मी अजीत दुबे की खोजबीन के बाद चोरी किया गया सारा सामान जप्त हुआ जिसे दमोह पुलिस की बड़ी सफलता मानी गई ,जो कई मायनों में काबिले तारीफ है।
चोरी का सामान वापस पाकर प्राचार्या सुभाष कुमार अग्रवाल पुलिस की कार्यप्रणाली से इस क़दर प्रभावित हुए की वो दमोह पुलिस टीम का सम्मान करने पर आमादा हो गए और जिन पुलिसकर्मियों ने उनका चोरी गया समान वापस कराने में मदद की उन्हें 21 इक्कीस हजार रुपये का इनाम दिया जो एक नज़ीर बन कर सामने आई ।जब से दमोह जिले की कप्तानी एस पी विवेक अग्रवाल को मिली है कानून विवस्था पर आमजनमानस का भरोसा भी जगा है ऐसे कई अनसुलझे मामलों को एक चुनौती मानकर हल किया है जो अपने आप में खुद एक मिसाल है।
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