जनपद लखीमपुर खीरी के कोतवाली भीरा के अंतर्गत बिजुआ में 2007 में लगा रिलायंस टावर जिसमें गार्ड के पद पर अशोक कुमार पुत्र श्याम मनोहर निवासी बिजुआ को तैनात किया गया था, अशोक कुमार को शाहजहांपुर सिक्योरटी के ऑफिसर परमजीत के द्वारा रखा गया था। कार्यरत के दौरान गार्ड अशोक कुमार को वेतन के रूप में चार माह में भारतीय स्टेट बैंक लखीमपुर के चार चेक प्राप्त हुए व तीन माह तक नगद 3500 रूपये प्रति माह दिया गया। तब से अभी तक अशोक कुमार को किसी भी प्रकार का कोई पैसा व लेवरी नही दी जा रही है, और जब पैसे मांगता है तो उसे जान से मारने की धमकी दी जा रही है। इस रिलायंस टावर बन्द करने का कारण की जानकारी की तो गार्ड के पद पर तैनात अशोक कुमार ने बताया कि साइड चलाने के लिए जो तेल दिया जाता था उसे अन्य कर्मचारी मिलकर बेच देते थे और केवल दस घण्टे टेक्नीशियन बैट्री बैकअप पर चलता था उस समय बिजली भी लगभग पांच घण्टे ही मिल पाती थी, जब साइड डाउन होती तो टेक्नीशियन अंकित सिंह पुत्र राम केवल सिंह निवासी फैजाबाद गार्ड अशोक कुमार को धमकाता और भद्दी भद्दी गालियां देता था और कहता कि अपने पास से तेल डालकर साइड चलाओ। गार्ड अशोक कुमार द्वारा ऐसा न करने पर अग्रलिखित कर्मचारियों ने साइड बिजुआ को फरवरी 2012 से बंद कर दिया है। जिसमें एमसीएम सीतापुर, राम मिलन यादव जो कि एरिया मैनेजर है। सिक्योरिटी शाहजहांपुर छत्रपाल सिंह, टेक्नीशियन अंकित सिंह पुत्र राम केवल सिंह व एफओ दिनेश शुक्ला निवासी गोला ने इस साइड का लिंक काट दिया और उसे पूर्ण रूप से बन्द कर दिया है, लेकिन पीड़ित अशोक कुमार की मेहनत का पैसा आज तक उसे नहीं मिला है। पीड़ित अशोक ने हर जगह लिखित शिकायत कर आला अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है।