अतिश दीपंकर, नई दिल्ली, NIT :
उपराष्ट्रपति श्री एम. वैकेया नायडू ने ब्रुसेल्स 18-19 अक्टूबर 2018 को आयोजित 12वें एशिया-यूरोप बैठक में भाग लेने के लिए एक शिष्टमंडल का नेतृत्व किया। इस शिखर सम्मेलन में “वैश्विक चुनौतियों के लिए वैश्विक साझेदार” शीर्षक के तहत एशिया एवं यूरोप के 51 देश तथा ईयू एवं आसियान संस्थान एक मंच पर आये।
शिखर सम्मेलन के दौरान, उपराष्ट्रपति ने संवाद को मजबूत बनाने, आपसी सहयोग बढाने एवं जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद, वैश्विक शांति एवं सुरक्षा, समुद्री अभिशासन, नियम आधारित बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली के संरक्षण एवं सुदृढ़ीकरण तथा 2030 सतत विकास लक्ष्यों की दिशा में कार्य करने जैसी वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए यूरोप एवं एशिया के एक मुख्य मंच के रूप में एएसईएम की भूमिका पर सर्वसम्मति से बल देने में अन्य वैश्विक नेताओं का साथ दिया। सम्मेलन के दौरान अध्यक्ष का वक्तव्य भी जारी किया गया।
उपराष्ट्रपति ने अपने संबोधन के दौरान सीमा पार आतंकवाद, जो शांति एवं स्थिरता पर खतरा पैदा करता है, सहित आतंकवाद के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने की अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अपील की। उन्होंने कहा कि दूसरे देशों के अंतरिक मामलों तथा दूसरे देशों की संप्रभूता एवं क्षेत्रीय अखण्डता में गैर हस्तक्षेप के सिद्धांत का अनुपालन किया जाना महत्वपूर्ण है।
इससे पूर्व, 18 अक्टूबर को उपराष्ट्रपति ने बेल्जियम के राजा फिलीप से मुलाकात की। सम्मेलन के दौरान उपराष्ट्रपति ने ग्रीस के प्रधानमंत्री श्री अलेक्सिस सिप्रास एवं पुर्तगाल के प्रधानमंत्री श्री एंटोनियो कोस्टा, स्पेन के प्रधानमंत्री श्री पेड्रो सांचेज से भी मुलाकात की एवं समान हितों के मामलों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
अपनी यात्रा के सफल समापन के बाद उपराष्ट्रपति 21 अक्टूबर को दिल्ली लौटेंगे।
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