फराज अंसारी, बहराइच (यूपी), NIT;
बहराइच जिला अस्पताल में कई महीनों से बाहर पड़ा खुले में धूप व बारिश के थपेड़ों से जनरेटर जंग खा रहा है। एक्सरे, अल्ट्रासाउंड, डिजिटल एक्सरे की मशीनों को शुचारु रूप संचालित करने के लिए रेडियोलॉजी विभाग में लगने के लिए कई लाख का जनरेटर अधिकारियों की उपेक्षा के चलते जंग खा रहा है। मरीजों का बिजली चले जाने के बाद उमस व तपन भरी गर्मी में एकसरे व अल्ट्रासाउंड के लिए मरीजो को घण्टो इन्तिज़ार करना पड़ रहा है। आकस्मिक आपातकालीन मरीजों की जान के लाले भी पड़ रहे है लेकिन संवेदनहीन स्वास्थ विभाग के अधिकारियों को मरीजों की सुविधा एवं सरकारी धन ही हानि से कोई सरोकार पड़ता नही दिख रहा है। आये दिन मरीज व उनके तीमारदार घण्टों एक्सरे व अल्ट्रासाउंड के लिए लाइन में खड़े रहते हैं और बिजली जाने के बाद निराश होकर बाहरी प्राइवेट जांच सेंटरों पर जाने को मजबूर होते हैं।
एक ओर जहां योगी सरकार मरीजो की सुविधाओं के लिए नित नई नई योजनाएं व संसाधनों में बढोत्तरी कर रही है वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग के गैर जिम्मेदार अधिकारी प्रदेश सरकार की योजनाओं को पलीता लगाने में जुटे हुए दिख रहे हैं।
इस सम्बंध में जब सीएमएस, डॉक्टर ओपी पाण्डेय से बात की गई तो उन्होंने बताया की कार्यदाई संस्था के इंजीनियर द्वारा जनरेटर स्थापित कराया जाना है कई बार पत्राचार करने के बावजूद इंजीनियर व तकनीकी सहायक अभी तक जनरेटर स्थापित करने नहीं आये हैं जिससे मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जल्द ही उच्यधिकारियों से वार्ता कर समस्या का निदान कराया जाएगा।
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