वी.के.त्रिवेदी, लखीमपुर खीरी (यूपी), NIT;
राशन उपभोक्ताओं को कोटेदार नहीं देता है राशन सामग्री, देता है तो करता है घटतौली और सरकारी दर से अधिक लेता है मूल्य। पूर्ति निरीक्षक/पूर्ति लिपिक राशन दुकान दारों से करते है अवैध वसूली और उसके बदले उनकी शिकायतों को करते है नजर अंदाज।
समाधान दिवस पर एक राशन उपभोक्ता ने कोटेदार के खिलाफ राशनसामग्री न देने की शिकायत की, जिस पर पूर्ति निरीक्षक ने अपनी जांच आख्या में कोटेदार को क्लीनचिट दे दी। समाधान दिवस की नकल लेने के बाद राशन उपभोक्ता ने उपजिलाधिकारी गोला से मिलकर शिकायत की जिसके बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई।
उपजिलाधिकारी ने मामला गम्भीर मानकर पुनः पूर्ति निरीक्षक को लिखा और जांच के दिए आदेश। तहसील गोला गोकर्णनाथ की राशन वितरण की यह है हकीकत।
उत्तर प्रदेश के जनपद लखीमपुर खीरी की गोला गोकर्णनाथ तहसील में राशन वितरण व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। पूर्ति निरीक्षकों की महाभ्रष्ट कार्यप्रणाली के चलते अपात्रों की है पौबारह और पात्र भटकने को हैं विवश। आलम यह है कि कुछ राशन उपभोक्ताओं ने राशन दुकान पर जाना ही छोड़ दिया है, उनका दर्द कोई सुनने वाला नहीं है। उपजिलाधिकारी गोला भी पूर्ति निरीक्षक से तंग हो चुकी हैं।भाजपा विधायक रोमी साहनी के कई बार कहने व लिखित शिकायत पर भी जांच व कार्यवाही न होने के बाद विधायक ने नाराजगी का इजहार किया है। इधर एक शिकायत ब्रजेश कुमार ग्राम महेशापुर ने की है। अपनी शिकायत में कहा है कि क्रमांक 30079918000781पर तहसील दिवस में राशन कोटेदार पर राशनकार्ड पर राशन सामग्री न देने की शिकायत की थी, जिसपर पूर्ति निरीक्षक ज्ञानप्रकाश ने बगैर जांच किए ही अपनी आख्या लगा कर राशन कोटेदार से सांठगांठ कर उससे रिश्वत लेकर राशनकार्ड पर वितरण दर्शा दिया।
राशन उपभोक्ता ब्रजेश कुमार ने तहसील आकर अपनी शिकायत की जानकारी की तो वह दंग रह गए। आनन-फानन में निस्तारण की रिपोर्ट ली और एक प्रार्थनापत्र उपजिलाधिकारी गोला को 22 मई को दिया जिसे देखकर और शिकायत को सुनने के बाद दोबारा जांच करने और मामला अति गम्भीर होने की बात का उल्लेख कर पूर्ति निरीक्षक को दो दिन में रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। बताया जाता है कि यह पूर्ति निरीक्षक ज्ञान प्रकाश पहले से महाभ्रष्ट है और इसने दो निजी दलाल आफिस में लगा रखे हैं जो केवल अवैध धन उगाही का ही कार्य देखते हैं। इससे पहले ग्राम सिकंदरपुर के कोटेदार रामकुमार की शिकायत सही मिलने पर राशन दुकानदार से मोटी रकम लेकर शिकायत को दबा दिया गया, बाद में ग्राम प्रधान तथा ग्रामीण विधायक रोमी साहनी ने कई बार शिकायत की पर उनकी शिकायत को भी नजर अंदाज कर उनसे झूठ बोला कि उपजिलाधिकारी गोला मेरी रिपोर्ट पर हस्ताक्षर नहीं कर रही हैं। भाजपा विधायक ने जब उपजिलाधिकारी से बात की तो उनके सामने पत्रावली ही न रखने की बात उपजिलाधिकारी गोला ने बताई और आजतक कोई कार्यवाही नहीं की। आरोप है कि राशन दुकानदार अपना राशन उठा कर मनमानी कर वितरण करता है। खुले आम घटतौली कर सरकारी दर से अधिक मूल्य लेता है। तमाम राशन धारकों का सामान उनको न देकर कालाबाजारी में बेच रहा है।
तहसील की राशन वितरण व्यवस्था का काला खेल जारी है और ऐसा लगता है कि एस.डी.एम गोला पर पूर्ति निरीक्षक भारी है और वह मनमानी करने पर उतारू है।इससे पहले यह पूर्ति निरीक्षक ज्ञान प्रकाश पूर्ति लिपिक रह चुका है और तमाम शिकायत आने पर हटाया गया था, पर फिर भी प्रमोशन पाकर पूर्ति निरीक्षक बन गया और गोला में अपनी तैनाती करवा कर राशन दुकानों से उगाही कर तहसील गोला की राशन वितरण व्यवस्था को ध्वस्त कर रखा है। इसकी जांच की जाए तो इसे लेने के देने पड़ सकते हैं, पर सवाल यह उठता है कि इसकी जांच करेगा कौन?
गौरतलब हो कि तहसील गोला में दो ब्लाक बाँकेगंज व गोला तथा आधा ब्लाक बिजुआ आता है और यहां पूर्ति व्यवस्था बनाए रखने को लेकर दो पूर्ति निरीक्षक व एक बाबू की तैनाती है लेकिन राशन वितरण व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है।