मेहलका अंसारी, बुरहानपुर (मप्र), NIT;
आसिफा को इंसाफ दिलाने के लिए आज जुमा की नमाज़ के बाद में निकाली गई रैली में असामाजिक तत्वों के द्वारा गड़बड़ी, गाड़ियों में तोडफ़ोड़, पत्थरबाजी ने शहर की शांति को चंद घंटों के लिए बर्बाद कर दिया और इंसाफ के लिए निकाली गई रैली हिंसा का शिकार हो गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार विभिन्न क्षेत्रों से सैकड़ों लोग जयस्तंभ चौराहे पर जमा हुए, जिन्हें एसडीएम को ज्ञापन देना था। इन का नेतृत्व कौन कर रहा था यह अज्ञात है, परंतु अचानक भीड़ में कुछ शरारती तत्वों के द्वारा हुड़दंग शुरू कर दिया गया जिससे शांतिपूर्ण मार्च अशांति में परिवर्तित हो गया। जहां पुराना जिला चिकित्सालय क्षेत्र में कुछ वाहनों के कांच तोड़े गए, वहीं इकबाल चौक, शनवारा में दुकानों पर पत्थर फेंकने की घटनाएं भी सामने आई हैं। इस हादसे की खबर मिलते ही नवागंतुक कलेक्टर सत्येंद्र सिंह एवं एसपी पंकज श्रीवास्तव सहित जिले के वरिष्ठ अधिकारियों ने रोड पर निकल कर पूरे मामले की कमान संभाली और क़रीब 1 घंटे की मेहनत व मशक़्क़त के बाद स्थिति सामान्य हो सकी। प्रशासन द्वारा दुकानें खुलवाने के प्रयास भी किए गए। प्रशासन के प्रयासों से ही नगर में शांति स्थापित हो सकी। नवागंतुक कलेक्टर सत्येंद्र सिंह ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस की वीडियो शूटिंग, सीसीटीवी फुटेज आदि के आधार पर पुलिस प्रशासन द्वारा असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और शांति मार्च निकालने वाले संगठनों की जांच पड़ताल भी की जाएगी। बताया जाता है कि आला घराने से ताल्लुक रखने वाले युथ कांग्रेस के एक प्रसिद्ध युवा नेता ने और एमपी के एक निकट सहयोगी ने पाम्लेट वितरित कराकर युवाओं को उग्र आंदोलन के लिए मजबूर करने का समाचार है , जो जांच का विषय होना बताया गया है, वहीं एडवोकेट खलील अंसारी और अक़ील औलिया युवाओं से शांति की अपील करते रहे। वहीं महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने आज की घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा कि शहर के अमन व अमान के साथ खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
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