लखीमपुर खीरी-विकास खण्ड सदर क्षेत्र की ग्राम पंचायत राजापुर पिपरिया के मोहल्ला कनौजिया कालोनी की निवासी एक गरीब महिला ने तीन माह पूर्व मुख्य विकास अधिकारी को प्रार्थना पत्र सौंपकर घर में शौचालय का निर्माण कराने की मांग की थी लेकिन महिला को प्रार्थना पत्र दिए तीन महीने बीत गये है किन्तु अभी तक किसी अधिकारी ने सुधि नहीं ली है जबकि शौंचालय का निर्माण कराने के लिए ग्राम पंचायत अधिकारी को भी बताया जा चुका है फिर भी इस गरीब महिला के शौंचालय का निर्माण कार्य को कराने के लिए कोई भी अधिकारी ध्यान नहीं दे रहा है ऐसे में जनपद में चलाया जा रहा स्वच्छ भारत अभियान केवल कागजों में न रह जाये यह सबसे बड़ा सवाल बनकर रह गया है। बताते चलें कि मुख्य विकास अधिकारी को प्रार्थना पत्र देने वाली लक्ष्मी देवी पत्नी महेश सिंह ने बताया है कि वह बहुत ही गरीब है और उसके पति दिव्यांग हैं, किसी तरह से वह और उसके पति मेहनत मजदूरी करके परिवार का जीविकोपार्जन करते हैं। पैसे न होने के अभाव में अपने घर पर शौंचालय का निर्माण नहीं करा पा रही है जिससे पूरे परिवार को खुले में शौंच को जाना पड़ता है और शर्मिंदिगी का शिकार होना पड़ता है। मुख्य विकास अधिकारी को दिए गये प्रार्थना पत्र में शासन द्वारा धनराशि उपलब्ध करवाकर शौचालय का निर्माण कराने की मांग की है।
कैसे पूरा होगा पीएम और सीएम का स्वच्छ भारत अभियान का सपना?
सरकार स्वच्छ भारत अभियान चला रही है और हर घर वालों को खुले में शौंच मुक्त कराना चाहती है लेकिन दूसरी ओर जिम्मेदार अधिकारी लापरवाह बने हुए हैं। सरकार हर घर को खुले में शौंच मुक्त बनाना चाहती है जिसके तहत पात्र लाभार्थियों के चयन की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत अधिकारियों को सौंपी गयी है लेकिन कुछ ग्राम पंचायत अधिकारी सरकार के आदेशों का पालन कर रहे हैं वहीं कुछ लापरवाह बने हुए हैं जबकि सरकार पात्र लाभार्थियों को शौंचालय बनवाने हेतु सहायता अनुदान राशि दे रही है और पात्र लोगों का चयन करके उनके घर में शौचालय का निर्माण करवाने को कह रही है। जिस प्रकार से विकास खण्ड सदर की ग्राम पंचायत राजापुर पिपरिया की महिला ने मुख्य विकास अधिकारी को प्रार्थना पत्र दिया है और शौचालय का निर्माण कराने की मांगकी है इससे तो यही लगता है कि जिम्मेदार अधिकारी प्रधानमंत्री एवं मुख्यमन्त्री के स्वच्छता अभियान को ग्रहण लगा रहे हैं।