अविनाश द्विवेदी, भिंड (मप्र), NIT; भिंड का जिला अस्पताल तो वैसे कायाकल्प में प्रथम स्थान पर आया है लेकिन हॉस्पिटल में अव्यवस्था फैली हुई है। अस्पताल सफाई में तो प्रथम स्थान पर है लेकिन यहाँ पर 19 डॉक्टर औऱ लगभग 15 टेक्नीशियन के पद खाली हैं जिसके कारण जिला अस्पताल में मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। जब इस बारे में डॉक्टर अजीत मिश्रा से बात की तो उन्होंने बताया कि उन्होंने कई बार इस बात का प्रस्ताव भेजा है लेकिन प्रशासन ने अभी तक कोई सुनवाई नहीं की है।वहीं पर हॉस्पिटल में एक्स-रे कराने के लिए आज लोगों की लाइन लगी हुई थी इसके चलते सुबह की ड्यूटी में मनोज नागर थे लेकिन वह ड्यूटी पर मौजूद नहीं रहे। जब मनोज नागर से इस बारे में बात करनी चाहिए तो उन्होंने कैमरे के सामने आने से साफ मना कर दिया लेकिन वहाँ पर कतार में लगे लोगों का कहना था कि तकरीबन 30 से 35 मिनट इंतज़ार करते रहे और इसी दौरान एक्सरे कक्ष खाली पड़ा हुआ था जिसे बहुत बड़ी लापरवाही भी कह सकते है क्योंकि इस दौरान कोई भी एक्स-रे कक्ष में आकर मशीनों से छेड़खानी भी कर सकता है हालांकि अभी सिविल सर्जन डॉक्टर अजीत मिश्रा ने ड्यूटी पर तैनात मनोज नागर के ऊपर कार्रवाई करने को कहा है। देखते हैं अब सिविल सर्जन अजीत मिश्रा क्या कार्यवाही करते हैं?
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