बहराइच इंडो-नेपाल बॉर्डर पर प्याज तस्करी रोकने में एजेंसियां नाकाम, प्रतिबंध के बावजूद प्याज की तस्करी जारी | New India Times

फराज अंसारी, बहराइच (यूपी), NIT; ​
बहराइच इंडो-नेपाल बॉर्डर पर प्याज तस्करी रोकने में एजेंसियां नाकाम, प्रतिबंध के बावजूद प्याज की तस्करी जारी | New India Timesएक ओर जहां पूरे देश में प्याज के बढ़ते दामों से आम आदमी के आंसू निकल रहे हैं वहीं भारत-नेपाल  बॉर्डर पर प्रतिबंध के बावजूद प्याज की तस्करी जोरों पर चल रही है। 

भारत-नेपाल सीमा पर यूपी पुलिस, एसएसबी, कस्टम के अलावा आधा दर्जन सुरक्षा एजेंसियां निगेहबानी में मुस्तैद हैं फिर भी खाद्य पदार्थ तस्कर छोटे-छोटे बच्चों व युवतियों को कैरियर बनाकर सुरक्षा व्यवस्था में सेंध लगा रहे हैं। विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक प्रतिदिन करीब 40 क्विंटल प्याज भारतीय सीमा को पार कर नेपाल की थालियों का स्वाद बढ़ा रही है। बॉर्डर पार एक क्विंटल प्याज जमा करने पर कैरियर को छह सौ रुपये मेहनताना दिया जा रहा है। जिसे कारोबारी 70 से 80 रुपये प्रति किलो बेंचकर मुनाफा कमा रहे हैं। जिससे भारतीय राजस्व को बड़े पैमाने पर क्षति हो रही है वहीं तस्करों के हौसले बुलंद है। 

बताते चलें कि नेपाल में दलहन, तिलहन, प्याज, चीनी, लहसुन सब्जी जैसी खाद्य वस्तुओं का उत्पादन नहीं होता है। नेपाल के लोग अधिकांश भारतीय खाद्य पदार्थों पर निर्भर हैं। इधर करीब एक माह से प्याज के दाम आसमान छू रहे हैं। जिसके चलते प्याज के निर्यात पर सरकार द्वारा पाबंदी लगा दी गयी है, जिससे नेपाल प्याज का जाना बंद हो गया है। लेकिन रोक लगने के बाद भी प्याज की तस्करी का धंधा चोखा हो गया है। रुपईडीहा की खुली सीमा से प्रतिदिन प्याज की खेप नेपाल को धड़ल्ले से भेजी जा रही है। सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक औसतन प्रतिदिन 40 क्विंटल प्याज सीमा पार पहुंच रहा है। इसकी पुष्टि कस्टम और एसएसबी के वाहनों के इंट्री रजिस्टर से की जा सकती है। तस्करी के चलते भारतीय सीमा क्षेत्र में प्याज की किल्लत बढ़ती जा रही है। इस समय खुले बाजार में प्याज 50 रुपये किलो तक बिक रहा है। यही प्याज नेपाल पहुंचने पर 70 से 80 रुपये प्रति किलो के भाव से लोग खरीद रहे हैं। सीमा पर तस्करी पर अंकुश के लिए लैंड कस्टम का बैरियर स्थापित है। तस्कर जुगाड़ से सीमा पार कर रहे हैं। लेकिन प्रतिबंधित खाद्य पदार्थ कैसे नेपाल जा रहे हैं, इस पर बोलने से सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी भी कतरा रहे हैं। सीमा पर सक्रिय तस्कर महिलाओं और बच्चों को कैरियर के रूप में इस्तेमाल कर उनके माध्यम से यह खेप भेजने का खेल इन दिनों अधिक खेल रहे हैं। यह तस्कर सीमावर्ती गांव की पगडंडियों के सहारे नेपाल में प्रतिबंधित खाद्य पदार्थों को पहुंचा रहे हैं। जिसके चलते प्रतिदिन हजारों के राजस्व का चूना लग रहा है।इसी के साथ सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे है। 

संज्ञान में नहीं है मामला, पुलिस करेगी कार्रवाई-पुलिस कप्तान
इस सम्बंध में जब पुलिस कप्तान से बात की गई तो एसपी जुगुल किशोर ने कहा कि प्याज का निर्यात बंद है। बॉर्डर पार प्याज की तस्करी के बाबत मुझे जानकारी नही है। अगर ऐसा है तो मैं कस्टम व एसएसबी के अधिकारियों से बात करूंगा और पुलिस की ओर से कार्यवाही भी होगी। तस्करी पर पूर्णतया पाबंदी लगाई जाएगी।


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